इंसान परमात्मा का सिमरन कर अपने जीवन को सफल बना सकता: बहन निरंजना
श्री त्रिमूर्ति गुरु मंदिर में वार्षिक समारोह आयोजित किया गया।
जेएनएन, समाना (पटियाला)
श्री त्रिमूर्ति गुरु मंदिर में वार्षिक समारोह आयोजित किया गया। इसमें समाना के विधायक काका राजिदर सिंह मुख्य मेहमान के तौर पर पहुंचे। इस मौके पर बहन निरंजना ने प्रवचन करते कहा कि केवल इंसान ही ऐसा है जो परमात्मा का सिमरन कर अपने जीवन को सफल बना सकता है। इसके लिए अच्छे गुरू का मार्ग दर्शन जरूरी है। उन्होने कहा मनुष्य जिस मकसद से इस संसार में जन्म लेता है। वह उस मकसद को भूल कर सांसारिक कार्य में व्यस्त रह कर अपनी सांसों रूपी पूजी को बेकार करता रहता है। जब अंत समय आता है और मनुष्य का शरीर वृद्ध होता है तो उसे पछतावा होता है।
बहन निरंजना ने कहा कि इस संसार में मनुष्य की योनी में आने के बाद भी अपने जीवन को केवल सांसारिक कार्यों में ही बरबाद कर दिया है। इंसान जीवन भर धन जुटाने में लगा रहता है। धन जुटाने की इस होड़ में इंसान यह तक नहीं सोचता कि अंतिम समय में यह धन किसी काम नहीं आएगा। मनुष्य जीवन भर यही सोचता है कि परमात्मा का नाम तो वह बुढापे में भी जप सकता है। इसी उधेड बुन में वह अपना पुरा जीवन व्यर्थ कर देता है। जबकि परमात्मा का किया गया सिमरन ही मनुष्य के साथ जाता है। बहन निरंजना ने कहा कि अक्सर इंसान पंडितों से पूछता रहता है कि उसकी किस्मत कब चमकेगी। लेकिन यह भूल जाता है कि इंसान की योनी में रहते जिस तरह के कार्य वह करता है, परमात्मा उसी हिसाब से उसको फल प्रदान करता है। हर इंसान को अपने जीवन में हर दिन कुछ पल परमात्मा का सिमरन करने में लगाने चाहिए तो कि परमात्मा के द्वार पर पहुंचने पर उसे पछताना ना पड़े। इस मौके पर संत आत्मानंद पुरी जी भी विशेष तौर पर पहुचे। इसके साथ ही संत दयाल सेवा नंद, संत मान आत्मा नंद, पार्षद एडवोकेट अश्वनी गुप्ता, जोनी वमर, जीवन गर्ग, मंगत मवी, शिव कुमार घग्गा, शंकर जिदल, राज कुमार टिक्का गाजेवास, यश पाल सिगला, धर्मपाल जोशी और अन्य सदस्य हाजिर थे।