पॉश एरिया देख लौटी एनजीटी की टीम, लोग करते रहे इंतजार

सीएम सिटी की स्वच्छता जांचने पहुंची नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम का गंदगी के डंप और हड्डारोड़ी के पास आसपास कॉलोनियों के निवासी इंतजार करते रहे और टीम नगर निगम में डेमो और शहर के पॉश एरिया को देख लौैट गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Dec 2018 08:40 PM (IST) Updated:Sat, 15 Dec 2018 09:43 AM (IST)
पॉश एरिया देख लौटी एनजीटी की टीम, लोग करते रहे इंतजार
पॉश एरिया देख लौटी एनजीटी की टीम, लोग करते रहे इंतजार

जागरण संवाददाता, पटियाला

सीएम सिटी की स्वच्छता जांचने पहुंची नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम का गंदगी के डंप और हड्डारोड़ी के पास आसपास कॉलोनियों के निवासी इंतजार करते रहे और टीम नगर निगम में डेमो और शहर के पॉश एरिया को देख लौैट गई। शुक्रवार को एनजीटी के चेयरपर्सन राजवंत कौर और पीएमआईडीसी के पूर्ण ¨सह पटियाला पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने नगर निगम में गार्बेज प्रबंधन और दूसरे इंतजामों का जायजा लिया। दोपहर को जिमखाना क्लब में खाना खाया और शहर की सबसे पॉश याद¨वदरा इंकलेव, एसएसटी नगर की वूमैन पॉलिटेक्निक कॉलेज का दौरा किया और वापिस लौट गए। दूसरी ओर पिछले लंबे समय से गंदगी के डंप और हड्डारोड़ी के खिलाफ लड़ रहे लोग टीम का इंतजार करते रह गए।

दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में 13वें स्थान पर आने के बाद पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर की गंदगी पर सवाल उठाए थे। ऐसे में नेश्नल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम का पटियाला दौरा खास अहमियत रखता था। एनजीटी की टीम के पटियाला पहुंचने के बाद शहर की तस्वीर बदलने की संभावनाएं जताई जा रही थी।

4 जनवरी से शुरू होगा स्वच्छता सर्वेक्षण

बता दे कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 आगामी 4 जनवरी से शुरू होने जा रहा है और नगर निगम की इस बार आधी अधूरी तैयारी है जिसमें सबसे बड़ी वजह गार्बेज प्रबंधन की कमी है। नेश्नल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने देश को चार जोन में बांटा है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और जेएण्डके की चेयरपर्सन आईएएस राजवंत कौर शुक्रवार को पटियाला दौरे पर रहीं। हालात से वाकिफ थी टीम: ज्वाइंट कमिश्नर

नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर अंकुर म¨हदरू ने कहा कि पटियाला आते हुए एनजीटी की टीम राजपुरी रोड़ से ही बड़ी नदी और छोटी नदी का मुआयना कर आई थी। इसके अलावा नगर निगम में दिखाई गई प्रेजेटेंशन में डंप पर मिट्टी डालने का काम दिखाया गया और डंप की पोजीशन बताई गई। टीम को कोई भी बात बढ़ा-चढ़ा कर नहीं बताई गई अगर वो मौके की जांच भी करते तो हालात वहीं मिलते। बेहतर था रियलिटी बताई जाए। चेयरपर्सन ने शहर के सुधारों पर चर्चा की और कूड़े से खाद बनाने वाले कंपोस्ट पिट्स को प्रोत्साहित करने को कहा। नगर निगम ने जो बेहतर शुरूआत की उसके बारे में जानकारी देना जरूरी था।

लोग करते रहे इंतजार

नेश्नल ग्रीन ट्रिब्यूनल की टीम के पटियाला पहुंचने पर सनौरी अड्डा और आसपास की कॉलोनियों के वासियों के इंतजार था कि टीम गंदगी के डंप और हड्डारोड़ी का सर्वे करेगी, परंतु इंतजार करते-करते शाम लो गई और लोग अपने-अपने घरों को चले गए। डंप और हड्डारोड़ी के खिलाफ लड़ रहे आम आदमी पार्टी के पटियाला शहरी प्रधान ते¨जदर मेहता ने कहा कि ये सिर्फ दिखावा है। निगम अधिकारियों ने एनजीटी की टीम को वहां आने ही नहीं दिया और डवलप एरिया दिखा कर शहर की असली तस्वीर छुपाई है। जिसके खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। जानकारी हो कि हड्डारोड़ी और गंदगी के डंप के खिलाफ आसपास की करीबन 14 कॉलोनियों के निवासी पिछले लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी