पटियाला में बधिर और गूंगे लोगों के लिए दुनिया का पहला घोषणा करने वाला साफ्टवेयर लांच

पंजाबी यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर विभाग का रिसर्च सेंटर बहरे और गूंगे लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए साफ्टवेयर विकसित कर रहा है। अनुसंधान केंद्र मार्च 2011 में दो मोबाइल एप्लिकेशन लांच करने वाला भारत का पहला केंद्र है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 06:45 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 06:45 AM (IST)
पटियाला में बधिर और गूंगे लोगों के लिए दुनिया का पहला घोषणा करने वाला साफ्टवेयर लांच
पटियाला में बधिर और गूंगे लोगों के लिए दुनिया का पहला घोषणा करने वाला साफ्टवेयर लांच

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर विभाग का रिसर्च सेंटर बहरे और गूंगे लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए साफ्टवेयर विकसित कर रहा है। अनुसंधान केंद्र मार्च 2011 में दो मोबाइल एप्लिकेशन लांच करने वाला भारत का पहला केंद्र है। एक एप्लिकेशन अंधे लोगों को रंग बताने के लिए है और दूसरी पंजाबी में विकलांग बच्चों के मूल्यांकन के लिए है। इन दोनों साफ्टवेयर को लांच पंजाबी यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी डा. बीएस घुम्मन द्वारा किया गया।

इससे पहले 3 दिसंबर, 2017 को (विश्व विकलांगता दिवस) पर डा. विशाल गोयल और डा. ललित गोयल ने सरल वाक्यों को सांकेतिक भाषा में बदलने के लिए भारत का पहला साफ्टवेयर जारी किया। डा. गोयल की शोध टीम जटिल और यौगिक वाक्यों के लिए इस साफ्टवेयर को विकसित करने के लिए काम कर रही है। डा. विशाल गोयल और डा. ललित गोयल के नेतृत्व में पीएचडी रिसर्च स्कालर दीपाली गोयल, एमफिल/एमटेक रिसर्च स्कालर अमनदीप कौर और गुरदीप कौर व करिश्मा (जो अंग्रेजी को भारतीय सांकेतिक भाषा में परिवर्तित करने में माहिर हैं) काम कर रहे हैं। डा. विशाल ने कहा कि ग्रांट उपलब्ध न होने के चलते टीम ने इस कार्य पर तीन साल तक मेहनत की और संभव कर दिखाया।

डा. विशाल गोयल और डा. ललित गोयल ने सार्वजनिक स्थानों पर मूकबधिरों के लिए साफ्टवेयर विकसित किया है। यह भारतीय सांकेतिक भाषा में घोषणाएं करने वाला दुनिया का पहला साफ्टवेयर है। डा. विशाल और डा. ललित ने कहा कि रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे पर मूकबधिर लोगों के लिए घोषणाएं करने वाला साफ्टवेयर विकसित किया। यह पहला मेक इन इंडिया साफ्टवेयर होगा जो बहरे और गूंगे लोगों के लिए फायदेमंद होगा। इस मौके मुख्यातिथि पंजाब के मुख्य सचिव पंजाब विन्नी महाजन, शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार, प्रमुख सचिव सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास राजीव श्रीवास्तव मौजूद रहे।

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