जंगलात महकमे ने बंद करवाया म¨हदरा कॉलेज का 15 लाख रुपये का गेट
म¨हद्रा कॉलेज में डकाला रोड तरफ से एंट्री गेट बनाया गया था। मगर जंगलात विभाग की परमिशन न मिलने के कारण यह गेट लंबे समय से बंद पड़ा है।
जागरण संवाददाता:पटियाला
म¨हद्रा कॉलेज में डकाला रोड तरफ से एंट्री गेट बनाया गया था। मगर जंगलात विभाग की परमिशन न मिलने के कारण यह गेट लंबे समय से बंद पड़ा है। हालांकि इस गेट के खुलने से कॉलेज स्टाफ व स्टूडेंट्स को काफी आसानी होगी, क्योंकि मौजूदा समय में कॉलेज का एक गेट है, जहां से स्टाफ सहित स्टूडेंट्स की एंट्री होती है। जानकारी के अनुसार यह गेट म¨हदरा कॉलेज के पूर्व ¨प्रसिपल डॉ.भगत ¨सह के नाम पर बनाया गया है पर इस गेट पर खर्च की रकम किसी काम नहीं आ रही क्योंकि जब तक गेट नहीं खुलता, तक इसके बनवाए का कोई फायदा नहीं है।
पिता की याद में बनाया गेट
म¨हदरा कॉलेज के पूर्व ¨प्रसिपल डॉ.भगत ¨सह की याद में इस गेट का निर्माण किया गया है। यह गेट डॉ.भगत ¨सह के बेटे ने बनवाया था। इस गेट पर करीब 15 लाख रुपये खर्च किए गए। उनके बेटे की ओर से ही पूरी रकम खर्च की गई है पर डकाला रोड की तरफ इस गेट के आगे जंगलात विभाग की जगह है। गेट के आगे वृक्ष खड़े हैं। जिन्हें बिना परमिशन के नहीं काटा जा सकता और इन पेड़ों के कारण ही यह गेट खोला नहीं जा रहा। माना जा रहा है कि कॉलेज मैनेजमेंट द्वारा इन वृक्ष को काटने के लिए जंगलात विभाग से तालमेल करने की कोशिश की जा रही है। उधर माना जा रहा है कि डॉ.भगत ¨सह के बेटे विदेश गए हुए हैं। डॉ.भगत ¨सह म¨हदरा कॉलेज के ¨प्रसिपल रहे चुके है। बाद में वह पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी रहे।
कोट्स
डॉ.भगत ¨सह के नाम पर बने गेट के आगे जंगलात विभाग की जगह है। वहीं कुछ वृक्ष भी खड़े हैं, जिन्हें हटाने के लिए जंगलात विभाग की परमिशन लेना जरूरी है। परमिशन लेने के लिए अप्लाई कर रखा है। केंद्र से इसकी परमिशन मिलती है। जिसके कारण यह काम लेट हो रहा है। जैसे ही परमिशन मिलती है, के तुरंत बाद ही गेट खुल दिया जाएगा। इससे स्टूडेंट्स व स्टाफ को काफी फायदा होगा।
-संगीता हांडा, ¨प्रसिपल, म¨हदरा कॉलेज