स्कूलों-कॉलेजों के विद्यार्थियों को करवाई हेरिटेज वॉक
पटियाला हेरिटेज फेस्टिवल के तीसरे दिन शहर की नौजवान पीढ़ी को शहर के विरासती स्थानों का दौरा करवाने के लिए हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, पटियाला
पटियाला हेरिटेज फेस्टिवल के तीसरे दिन शहर की नौजवान पीढ़ी को शहर के विरासती स्थानों का दौरा करवाने के लिए हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया। इसे आइजी एएस राय ने झंडी दिखाकर रवाना किया । पटियाला की शाही समाधियों से किला मुबारक तक शहर के अंदर-अंदर विरासती रास्ते से होते हुए पुराने शहर की तरफ जाकर यह सैर खत्म हुई। काफिले में सरकारी म¨हदरा कॉलेज, सरकारी कॉलेज लड़कियां, स्टेट कॉलेज ऑफ एजूकेशन, एमएम मोदी कॉलेज, बिक्रम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, सरकारी माध्यमिक स्कूल लक्कड़ मंडी, सरकारी हाई स्कूल सनौरी अड्डा, ढुडियाल खालसा स्कूल, बुड्ढा दल पब्लिक स्कूल, यादविन्दरा पब्लिक स्कूल, पटियाला स्कूल फार बलाइंड, द ब्रिटिश को एड स्कूल समेत कई स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों के साथ शहर वासियों ने शिरकत की । वॉक शाही समाधां से शुरू होकर छत्ता नानूमल, बर्तन बाजार, मिश्री बाजार, रूप चंद मोहल्ला, सप्पां वाली गली, राजेश्वरी शिव मंदिर, कोतवाली, दर्शनी ड्योडी से होती हुई किला मुबारक में जाकर समाप्त हुई । रवि आहलूवालिया ने वॉक में शामिल विद्यार्थियों ओर लोगों को उक्त रास्तो में आए हर स्थान का महत्व बताया । सबसे पहले शाही समाधां के बारे बताया कि यहां पटियाला रियासत के संस्थापक बाबा आला ¨सह समेत अन्य पारिवारिक सदस्यों की समाधियां हैं । इस उपरांत दाल दलिया चौक, छत्ता नानूमल जो पटियाला रियासत के मंत्री का निवास स्थान रहा है, बर्तन बाजार जो 256 साल पुराना है, यहां पीतल के बर्तनों को कली करने के बारे में बताया गया । इसके बिना राजेश्वरी शिव मंदिर जो कि ऐतिहासिक महत्व रखता है, सांपों वाली गली, दर्शनी गेट जो पटियाला शहर में दा़िखल होने के लिए रास्ता था, बारे में बताया । वॉक पटियाला के संस्थापक बाबा आला ¨सह के निवास स्थान पर आकर संपन्न हुई । आईजी एएस राय ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने शहर की 256 साल पुरानी विरासत की जानकारी मिली है । इस मौके पर एसपी सिटी हरमन हंस, कर्नल कर्मिन्दर ¨सह, ¨प्रसिपल गर्ल्स कॉलेज डॉ. चिरंजीव कौर, सचिव रेडक्रॉस प्रितपाल ¨सह सिद्धू, युवक सेवाएं सहायक डायरेक्टर डॉ. मलकीत ¨सह मान, डॉ. स¨वदर ¨सह रेखी, प्रो. श¨वदर ¨सह मौजूद थे ।