सेहत मंत्री के आने से पहले प्रशासन व पुलिस पहुंची धरना खत्म करवाने
मेडिकल कालेज के अधीन कोविड मरीजों की देखभाल करने के लिए रखे पैरा मेडिकल व नर्सिंग स्टाफ के सदस्यों ने खुद को फिर से काम पर रखने के लिए अस्पताल में पक्का धरना लगा दिया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : मेडिकल कालेज के अधीन कोविड मरीजों की देखभाल करने के लिए रखे पैरा मेडिकल व नर्सिंग स्टाफ के सदस्यों ने खुद को फिर से काम पर रखने के लिए अस्पताल में पक्का धरना लगा दिया है। उनका साथ देने को किसान यूनियन भी आ गई हैं।
मुलाजिम नेताओं का कहना है कि उनकी मंत्री राजकुमार वेरका के साथ मीटिग दिलवाई जाए तो वे धरना हटा लेंगे। फिलहाल इसी मामले पर प्रशासन के साथ बातचीत जारी है। उनका कहना है कि राजिदरा अस्पताल ने उन्हें 30 सितंबर को नौकरी से फारिग कर दिया है। बाद में उनको मौखिक तौर पर कहा दिया कि वे काम करते रहें वे उच्चाधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे, लेकिन अब तक कोई मसला हल नहीं हुआ है। अपने फिर से नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग के लिए वे मुख्य गेट पर धरना लगाए हुए हैं। स्टाफ के सदस्य डीआरएमई डा. अवनीश कुमार को भी मिलकर अपनी बात उनके पास रख चुके हैं।
नर्सिंग यूनियन की सदस्य व नेता हर्षदीप कौर ने बताया कि आज अस्पताल प्रशासन सहित पुलिस कर्मचारी धरना खत्म करवाने के लिए पहुंचे, क्योंकि दो दिन बाद मेडिकल कालेज में मेडिकल एजुकेशन व रिसर्च मंत्री राजकुमार वेरका आ रहे हैं। ऐसे में राजिदरा अस्पताल की पुलिस चौकी से पुलिस सहित नर्सिंग सुपरिटेंडेंट मनजीत कौर धालीवाल ने आकर नर्सों को कहा कि वे धरना हटा दें जब वे नहीं माने तो उनके धरना स्थल के पास सड़क बनाने के लिए सामग्री फेंक दी, लेकिन वे धरना वहां से हटाने को तैयार नहीं हैं।