राहत : जिले में अब तक डेंगू का कोई केस नहीं

डेंगू से बचाव के संसाधनों के चलते फिलहाल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की सिटी डेंगू फ्री है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:37 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:37 AM (IST)
राहत : जिले में अब तक डेंगू का कोई केस नहीं
राहत : जिले में अब तक डेंगू का कोई केस नहीं

जागरण संवाददाता, पटियाला : डेंगू से बचाव के संसाधनों के चलते फिलहाल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की सिटी डेंगू फ्री है। इस समय जिले में कोई भी डेंगू का केस नहीं है, लेकिन आने वाले समय में अगर सावधानियां न बरती गई तो डेंगू के केस सामने आ सकते हैं। वर्ष 2019 में 272 केस व दो मौतें हुई थी और 2020 में 307 केसों के साथ तीन लोगों की मौत डेंगू से हुई थी। डेंगू की जानकारी के अभाव में हर साल हजारों लोग डेंगू बुखार से संक्रमित होते हैं और पांच फीसद मरीज इलाज के अभाव में दम तोड़ देते हैं।

जिला एपीडिमोलाजिस्ट डा. सुमित सिंह ने बताया कि डेंगू एक वायरल बुखार है जो डेंगू एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है जो दिन के समय काटता है। जब एक संक्रमित मच्छर स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो व्यक्ति को बुखार, फ्लू जैसे लक्षण और तेज दर्द होता है। अगर गंभीर संक्रमण होता है तो उसके शरीर में वायरस तेजी से फैलता है, क्योंकि वायरस की संख्या इतनी अधिक होती है कि यह कई अंगों को प्रभावित कर सकता है। 15 साल अथवा आसपास के बच्चों में डेंगू बुखार अधिक होता है।

डेंगू के लक्षण

बुखार में हड्डियों में तेज दर्द होता है। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, त्वचा पर चेचक जैसे लाल धब्बे, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होता है। रोगी के चेहरे, गले या छाती पर लाल चकत्ते हो सकते हैं। एक या दो दिन बाद दाने गायब हो जाते हैं। तीसरे या चौथे दिन, जब बुखार फिर से बढ़ जाता है तो ऊपरी अंगों के साथ-साथ हाथों और पैरों के तलवों पर भी दाने दिखाई देते हैं। डेंगू बुखार एक या दो रूपों में होता है जो जानलेवा हो सकता है। रोकथाम और नियंत्रण

डेंगू वायरस से बचाव के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है। वैज्ञानिक एंटीवायरल दवाएं विकसित कर रहे हैं। डेंगू से बचाव का सबसे कारगर तरीका मच्छरों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करना है। एडीज मच्छर टायर, बोतल, कूलर, गुलदस्ते, जमा पानी में फैलते हैं। इसलिए मच्छरों के लारवा नियंत्रित करने के लिए उन्हें बार-बार खाली करना चाहिए। सावधानियां

डेंगू बुखार का शक होने पर डाक्टर से सलाह लें, बुखार में अधिक आराम करना तथा औषधियों का अधिक प्रयोग करना ही हितकर है। खूब पानी और तरल पदार्थ पीएं, दूध, फल, हरी सब्जियां, जूस अधिक मात्रा में लें, कूलर, गमले में जमा पानी बाहर निकालें डेंगू पीड़ितों की भूख कम हो जाती है और उनका पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। इसलिए रोगी को संतुलित आहार देना जरूरी है। भोजन ऐसा होना चाहिए कि वो आसानी से पच जाए। डेंगू के केस --- मौतें

2011 -- 12 -- 00

2012 -- 29 -- 00

2013 -- 672 -- 01

2014 -- 22 -- 00

2015 -- 1755 -- 01

2016 -- 1343 -- 02

2017 -- 2434 -- 02

2018 -- 2332 -- 02

2019 -- 272 -- 02

2020 -- 307 -- 03

2021 -- अब तक कोई नहीं

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