एनआइएस के सिक्योरिटी गा‌र्ड्स के मामले में जांच के लिए दिल्ली से पटियाला पहुंचे अधिकारी

एनआइएस (नेशनल इंस्टीटयूट आफ स्पो‌र्ट्स) के प्राइवेट सिक्योरिटी गा‌र्ड्स की सैलरी देने में गड़बड़ी की शिकायत की जांच के लिए सोमवार को दिल्ली से अधिकारी जांच के लिए पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 12:14 AM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 12:14 AM (IST)
एनआइएस के सिक्योरिटी गा‌र्ड्स के मामले में जांच के लिए दिल्ली से पटियाला पहुंचे अधिकारी
एनआइएस के सिक्योरिटी गा‌र्ड्स के मामले में जांच के लिए दिल्ली से पटियाला पहुंचे अधिकारी

जागरण संवाददाता, पटियाला : एनआइएस (नेशनल इंस्टीटयूट आफ स्पो‌र्ट्स) के प्राइवेट सिक्योरिटी गा‌र्ड्स की सैलरी देने में गड़बड़ी की शिकायत की जांच के लिए सोमवार को दिल्ली से अधिकारी जांच के लिए पहुंचे। गुपचुप तरीके से इन अधिकारियों ने एक-एक करके सभी सिक्योरिटी गा‌र्ड्स के साथ पूछताछ की। जिसमें पुराने व नए सभी गा‌र्ड्स शामिल थे। कम वेतन दिए जाने के बारे में गा‌र्ड्स ने अधिकारियों को पूरी जानकारी मुहैया करवा दी। गा‌र्ड्स से पूछताछ के बाद उन्होंने जल्द ही अगली कार्रवाई करने व भविष्य में पूरा वेतन मिलने का इंतजार करने का आश्वासन दिया। उधर एजेंसी की मनमानी के कारण निकाले गए पूर्व सिक्योरिटी गा‌र्ड्स ने भी एजेंसी व प्रबंधकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब तक लेबर कोर्ट के चक्कर काटने वाले इन गा‌र्ड्स ने कहा कि अब वह विजिलेंस व सीबीआइ को शिकायत पत्र भेज फंड की गड़बड़ी की जांच करने की मांग करेंगे।

पीएफ व ग्रेच्यूटी तक नहीं दिया गया : किरपाल सिंह

एनआइएस के पूर्व सिक्योरिटी गार्ड किरपाल सिंह निवासी गांव पंजौला ने कहा कि उन्होंने दस साल से अधिक समय तक एनआइएस में नौकरी की थी। इस दौरान उन्हें वेतन तो दिया गया लेकिन नौकरी से निकाले जाने के बाद उन्हें पीएफ व ग्रेच्यूटी वगैरह नहीं दी गई। इसके बारे में सिक्योरिटी एजेंसी व एनआइएस प्रबंधकों से बात करनी चाही लेकिन एनआइएस के सिक्योरिटी इंचार्ज ने उन्हें ईडी तक पहुंचने ही नहीं दिया गया, जिस वजह से उन्होंने केंद्र को लिखित रूप में शिकायत भेजी थी।

सिर्फ एक साल ही पूरा वेतन दिया गया : बलजीत सिंह

एनआइएस के पूर्व सिक्योरिटी गार्ड बलजीत सिंह ने कहा कि साल 2019 से लेकर साल 2020 के दौरान ही सिक्योरिटी गा‌र्ड्स को पूरा वेतन दिया गया है। इससे पहले और बाद में पुराने गा‌र्ड्स को करीब 14 हजार व नए गार्डस को करीब आठ हजार रुपये वेतन दिया जा रहा है और विरोध करने वालों को बाहर निकाल दिया जाता है। बलजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने हाजिरी शीट की कापी निकलवाने के बाद विरोध किया था कि शीट में कुछ नाम ऐसे हैं, जो गार्ड नहीं होने पर भी हाजिरी लगा वेतन भुगतान की लिस्ट में शामिल है। यही नहीं महिला सिक्योरिटी गा‌र्ड्स के नाम भी लिखे हैं, जबकि फील्ड में सभी महिला गार्ड नहीं थी। उनके पास प्रबंधकों की गबन के कई सबूत हैं, जिन्हें केंद्र को भेज रहे हैं।

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