नगर कौंसिल चुनाव: टिकट मिलने के बावजूद भाजपा वर्कर आजाद लड़ रहे चुनाव

भाजपा को राजपुरा शहर से 31 वार्डों से उम्मीदवार नहीं मिले हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Feb 2021 06:15 AM (IST) Updated:Sun, 07 Feb 2021 06:15 AM (IST)
नगर कौंसिल चुनाव: टिकट मिलने के बावजूद भाजपा वर्कर आजाद लड़ रहे चुनाव
नगर कौंसिल चुनाव: टिकट मिलने के बावजूद भाजपा वर्कर आजाद लड़ रहे चुनाव

संवाद सहयोगी, राजपुरा: भाजपा को राजपुरा शहर से 31 वार्डों से उम्मीदवार नहीं मिले। हालात यह है कि भाजपा के एमसी ही अपनी पार्टी के बजाय आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने को तरजीह दे रहे हैं। इसी कड़ी में राजपुरा के पूर्व एमसी ने भाजपा की टिकट मिलने के बाद भी आजाद के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि उन्होंने दोनों ही तरफ से भाजपा व आजाद के तौर पर नामांकन किया था, लेकिन बाद में उन्होंने आजाद के नामांकन वापस लेने के बजाय भाजपा की तरफ से नामांकन वापस लिए हैं। गौर करने वाली बात यह भी है कि राजपुरा से भाजपा को 31 सीटों के लिए उम्मीदवार ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है। 25 पर घोषणा की और बाकी के छह नहीं मिले। एक ने बतौर आजाद चुनाव लड़ने में रुचि दिखाई है। गौर हो कि राज खुराना भाजपा की टिकट से विधायक का चुनाव जीत चुके हैं और वे कांग्रेस के विधायक के तौर पर कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं।

नगर कौंसिल चुनाव में वार्ड 3 से भाजपा का गढ़ माने जाते वार्ड की वार्डबंदी बदलने के साथ यहां के समीकरण बहुत बदल गए हैं। उम्मीदवारों द्वारा पार्टी बदलने के साथ ही चुनावी पंडितों की बात समझ नहीं आ रही है। इसी वार्ड से हरदेव सिंह कंडेवाला जो कि पिछली बार भाजपा की सीट से अकाली-भाजपा गठजोड़ के उमीदवार बन कर विजेता रहे थे, उनके स्वर्गवास से कंडेवाला परिवार पिता-पुरखी गद्दी लेना चाहता है। इसके लिए उन्होंने भाजपा का दामन छोड़कर अकाली दल की सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं, दूसरी तरफ वार्ड में कई सालों से सेवा कर रहे भाजपा के सीनियर नेता नरेश धीमान ने अपनी पुत्रवधू रजनी धीमान को भाजपा की उमीदवार बनाया है। वे खुद घर -घर जाकर वार्ड में विकास के कामों की चर्चा कर रहे हैं और वार्ड में होने वाले सुधारों के लिए अपने मंसूबे बता रहे हैं। 2800 के करीब वोटरों वाले वार्ड में इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है।

वार्ड निवासियों का कहना है कि भाजपा और शिरोमणि अकाली दल का नाता टूटने से अकाली दल को सीधा नुकसान होने जा रहा है। आम आदमी पार्टी भी वोटों को सेंध लगाने की ताक में है। जिसके चलते भाजपा उम्मीदवार का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। भाजपा उमीदवार रजनी धीमान के ससूर नरेश धीमान ने चुनाव प्रचार करते कहा कि वह वार्ड के विकास के लिए तैयार हैं। जब वह वार्ड के पार्षद भी नहीं थे, तब भी वह वार्ड निवासियों के लिए एक सेवक की तरह कार्य कर रहे थे। अब जब वार्ड निवासी उनके परिवार के सदस्य और भाजपा के उमीदवार को भारी बहुमत के साथ जिता कर नगर कौंसिल में भेजेंगे तो वह पहले की अपेक्षा बढ़-चढ़कर वार्ड निवासियों की सेवा करेंगे। इस अवसर पर काफी संया में महिलाएं भी मौजूद थीं।

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