मल्टीमीडिया पल्स आक्सीमीटर पकड़ेगा बच्चों का निमोनिया

अब मल्टीमीडिया पल्स आक्सीमीटर से बच्चों का निमोनिया पकड़ में आ सकेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 05:38 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 05:38 PM (IST)
मल्टीमीडिया पल्स आक्सीमीटर पकड़ेगा बच्चों का निमोनिया
मल्टीमीडिया पल्स आक्सीमीटर पकड़ेगा बच्चों का निमोनिया

जागरण संवाददाता, पटियाला : अब मल्टीमीडिया पल्स आक्सीमीटर से बच्चों का निमोनिया पकड़ में आ सकेगा। सेहत विभाग ने जिले के बच्चों के विशेषज्ञ डाक्टरों को जानकारी दी है कि कैसे वे बच्चों में निमोनिया की जल्द जानकारी हासिल कर सकते हैं। जिला टीकाकरण अफसर डा. वीनू गोयल ने बताया कि आजकल नवजात सहित छोटे बच्चों को निमोनिया अधिक हो रहा है। इस कारण इस बीमारी का जल्द इलाज शुरू करवाने के मकसद से 'सांस' (सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रीलाइज निमोनिया सक्सेसफुली) प्रोग्राम के तहत स्टेट से मिले मल्टीमीडिया पल्स आक्सीमीटर को आपरेट करने के लिए जिला अस्पताल, सब डिवीजन अस्पताल, कम्युनिटी सेहत केंद्र, प्राथमिक सेहत केंद्र में तैनात बच्चों के माहिर डाक्टरों को इसकी ट्रेनिग दी जा रही है।

सिविल सर्जन डा. प्रिस सोढी ने बताया कि बच्चों में निमोनिया के दौरान कोरोना संक्रमण होने की संभावना को देखते हुए पंजाब राज्य में 'सांस' प्रोग्राम शुरू किया है। इससे बच्चों में निमोनिया की जल्द जांच करके प्रभावित बच्चों का न केवल जल्द इलाज शुरू किया जाए बल्कि निमोनिया के कारण होने वाली बच्चों की मौत दर को घटाया जा सकेगा। डा. वीनू गोयल ने कहा कि डाक्टरों को मल्टीमीडिया पल्स आक्सीमीटर बांटे गए हैं। पल्स आक्सीमीटर के साथ कुछ सेकेंड में ही बच्चों का रेस्पिरेटरी दर, आक्सीजन सेचुरेशन और पल्स रेट का पता लग जाता है। जिसके आधार पर बच्चों में निमोनिया का पता लग जाएगा। बच्चों के माहिर डाक्टर आने वाले दिनों में उनके अधीन आते सभी मेडिकल अफसर और पेरामेडिकल स्टाफ को बच्चों में निमोनिया के स्तर की जांच के लिए पल्स आक्सीमीटर के प्रयोग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। डा. वीनू गोयल 'सांस' प्रोग्राम के जिला स्तर के अधिकारी हैं, जो स्टेट स्तर से यह प्रशिक्षण लेकर आईं हैं। डाक्टरों को यहां पर दी गई ट्रेनिग के समय जिला मास मीडिया अफसर कृष्ण कुमार भी उपस्थित रहे।

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