मां का आरोप, पुत्र-पुत्रवधु व पोती ने पिलाया पेशाब
भादसों अधीन गांव रायमलमाजरी की कैंसर पीड़ित बुजुर्ग महिला स्वर्ण कौर ने अपने बेटे बहू और पोती पर पेशाब पिलाने का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : भादसों अधीन गांव रायमलमाजरी की कैंसर पीड़ित बुजुर्ग महिला स्वर्ण कौर ने अपने बेटे, बहू और पोती पर पेशाब पिलाने का आरोप लगाया है। वृद्धा का आरोप लगाया कि उसके लड़के हरजिदर सिंह, उसकी पत्नी व बेटी ने मारपीट कर घर से निकाल दिया है। अब वह नाभा के गांव अगौल में अपने छोटे बेटे कुलविदर सिंह के पास रह रही है।
वृद्धा का आरोप है कि वह अपनी शिकायत लेकर तीन बार भादसों थाने की पुलिस के पास जा चुकी हैं, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। शुक्रवार को पटियाला में राज्य महिला आयोग की सदस्य इंद्रजीत कौर के पास शिकायत लेकर पहुंची वृद्धा का कहना है कि जून में उसने सीनियर सिटीजन का केस एसडीएम की अदालत में लगाया है, जिसकी नौ अगस्त को सुनवाई होगी। वृद्धा का कहना है कि केस का समन उसके लड़के के पास पहुंचा तो उसने केस वापिस लेने का उस पर दबाव बनाया और पेशाब पिलाया।
शिकायत आई, मंगलवार को महिला आयोग के सदस्य गांव जाएंगे
महिला आयोग की सदस्य इंद्रजीत कौर ने कहा कि उनके पास स्वर्ण कौर की शिकायत आई है। मंगलवार को वह और आयोग के अन्य सदस्य स्वर्ण कौर के गांव में जाएंगे और वहां स्थिति का जायजा लेकर उचित कार्रवाई करेंगे। इस बीच उन्होंने एसएसपी के पास शिकायत दी है, जिसकी जांच का जिम्मा एसपीएच हरकमल कौर बराड़ को सौंपी गई है।
सुनवाई हो रही : एसएचओ
भादसों थाने के एसएचओ अमृतबीर सिंह ने कहा कि इस मामले की शिकायत आई है। मामले की सुनवाई भी कर रहे हैं, लेकिन शिकायतकर्ता स्वर्ण कौर सीधे तौर पर उनसे एक बार भी नहीं मिली हैं। उनके पुत्र के साथ गांव वाले आए थे और उनका पक्ष सुना है। अब महिला स्वर्ण कौर व परिवार को बुलाकर उनकी भी सुनी जाएगी। आरोप निराधार व झूठे : हरजिदर सिंह
शिकायतकर्ता महिला के पुत्र हरजिदर सिंह ने कहा कि उसकी मां के द्वारा लगाए गए आरोप झूठे हैं। न तो उन्होंने माता को पेशाब पिलाया है और न ही मारपीट की है। उनकी माता का झुकाव दूसरे पुत्र यानि उनके ही छोटे भाई कुलविदर सिंह की तरफ अधिक है। वे तीन भाई हैं, जिनमें से एक भाई और पिता की मौत हो चुकी है। छोटा भाई गांव अगौल में अलग रहता है। जमीन का बंटवारा तीनों भाइयों में बराबर हो चुका है और उनकी माता अलग रहती हैं। तीनों भाइयों को बराबर खर्च देने की बात कही गई थी और वो अपने हिस्से का खर्च दे रहे हैं। उनकी तरफ से माता की सेवा में कोई कमी नहीं रखी जा रही है। उन्होंने गांववासियों के साथ भादसों थाने में अपना पक्ष रखा है।