मेरिटोरियस स्कूल के अध्यापकों ने सिद्धू के आवास का किया घेराव

शिक्षा विभाग में नियमित करने की मांग को लेकर मेरिटोरियस स्कूल शिक्षक संघ ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के घर का घेराव किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 08:50 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 08:50 PM (IST)
मेरिटोरियस स्कूल के अध्यापकों ने 
सिद्धू के आवास का किया घेराव
मेरिटोरियस स्कूल के अध्यापकों ने सिद्धू के आवास का किया घेराव

जागरण संवाददाता, पटियाला : शिक्षा विभाग में नियमित करने की मांग को लेकर मेरिटोरियस स्कूल शिक्षक संघ ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के घर का घेराव किया। अध्यापक नेता कुलजीत कौर और कुलविदर बाठ ने कहा कि वह दो बार कांग्रेस अध्यक्ष से मिले हैं और कांग्रेस अध्यक्ष ने भी स्वीकार किया है कि मेरिटोरियस स्कूलों के शिक्षकों की मांग जायज है लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

अध्यापक नेताओं ने कहा कि पंजाब में नई सरकार बनने के बाद भी शिक्षक सड़कों पर हैं। एमफिल, यूजीसी सहित पंजाब के गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों और शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए वर्ष 2014 में खोले गए मेरिटोरियस स्कूलों की संख्या 10 है।

उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार द्वारा वर्ष 2018 में शिक्षा विभाग में एसएसए, रमसा के शिक्षकों को नीति बनाकर नियमित किया गया था, इस नीति के तहत मेधावी स्कूलों के शिक्षकों को विकल्प पर रेगुलर करने का विकल्प दिया गया था। इसे मेरिटोरियस स्कूलों के शिक्षकों ने स्वीकार कर लिया लेकिन सरकार ने 2018 की इस नीति के तहत शिक्षा विभाग में मेरिटोरियस स्कूलों के शिक्षकों को नियमित नहीं किया।

संघ प्रदेश अध्यक्ष दलजीत कौर ने कहा कि साल 2018 में जब नीति बनाई गई और शिक्षा विभाग में एसएसए, आरएमएसए शिक्षकों को नियमित किया गया, उस समय वर्तमान उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी स्वयं शिक्षा मंत्री थे। इस नीति के तहत शिक्षा विभाग में 8886 शिक्षकों को नियमित किया गया लेकिन मेरिटोरियस स्कूलों के शिक्षकों को अनुबंध के आधार पर ही काम पर छोड़ दिया गया। अध्यापक संगठन ने 10 दिसंबर को नवजोत सिद्धू के साथ बैठक का जिला प्रशासन से लिखित आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त किया। इस अवसर पर महासचिव बलराज सिंह, उपाध्यक्ष अमरीश शर्मा, उपाध्यक्ष दलजीत कौर, उपाध्यक्ष प्रभजोत कौर, उपाध्यक्ष साक्षी सहगल, उपाध्यक्ष जगबीर सिंह, प्रेस सचिव उपस्थित थे।

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