निगम का दावा शहर में 70 फीसद से ज्यादा हुई फागिंग, जनता बोली-हमें तो दिखी नहीं

पिछले दिनों से जिले में डेंगू के केस लगातार बढ़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:31 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:31 AM (IST)
निगम का दावा शहर में 70 फीसद से ज्यादा 
हुई फागिंग, जनता बोली-हमें तो दिखी नहीं
निगम का दावा शहर में 70 फीसद से ज्यादा हुई फागिंग, जनता बोली-हमें तो दिखी नहीं

जागरण संवाददाता, पटियाला : पिछले दिनों से जिले में डेंगू के केस लगातार बढ़ रहे हैं। मंगलवार को भी जिले में तीन केस मिले। अब तक जिले में कुल 25 केस हो चुके हैं। उधर, डेंगू पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन व नगर निगम द्वारा लगातार शहर के अधिकतर क्षेत्रों में फागिग करने का दावा किया जा रहा है। पर शहर के कुछ इलाकों में लोगों ने निगम की ओर से करवाई जा रही फागिग को खानापूर्ति करार दिया है।

निगम अधिकारियों का दावा है कि पिछले कुछ दिन में शहर के 70 फीसद से ज्यादा हिस्से में फागिग की जा चुकी है। सेनेटरी अफसर संजीव कुमार ने बताया कि शहर की तीन दर्जन तक कालोनियों में रोजाना फागिग हो रही है। हर इंस्पेक्टर ने अपना शेड्यूल तैयार कर रखा है, जिसके अनुसार फागिग की जाती है। इसके साथ ही डेंगू पर काबू पाने के लिए सेहत विभाग की टीम को लेकर घर-घर जांच की जा रही है। गैर जरूरी तौर पर पानी खड़ा रखने के मामले में अब तक चालीस से ज्यादा चालान काटे जा चुके हैं। इसके साथ ही लोगों को डेंगूं के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। उन्हें अपने आसपास सफाई रखने और पानी जमा नहीं होने देने के बारे में जागरूक किया जा रहा है। यहां बडूंगर स्थित गवालियां वाली गली में सिर्फ एक बार फागिग हुई है। इसके बाद अब तक फागिग नहीं हुई। जबकि फागिग करने का हर हफ्ते का शेड्यूल होता है। निगम कर्मचारी फागिग करने के लिए एक्टिवा पर छोटी सी मशीन लेकर आते हैं। इस तरह से फागिग करने से क्या फायदा होगा।

-पवन कुमार, नई बस्ती बडूंगर मुख्य गलियों में फागिग होते देखी है, पर यहां भीतर की गलियों में फागिग नहीं होती। डेंगू के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। फागिग करने में लापरवाही बरतना कैसे सही बात है। कर्मचारियों को हर गली व मोहल्ले में फागिग करनी चाहिए। ताकि लोगों को डेंगू जैसी बीमारी का सामना न करना पड़े।

नीलम वर्मा, गुरु नानक नगर, टैंकी वाली गली अब तक एक बार फागिग हुई है, उसके बाद दोबारा नहीं हुई। निगम कर्मचारी दस्तावेजों में ही फागिग कर रहे हैं। अगर हर हफ्ते फागिग का शेड्यूल बना है तो हर हफ्ते फागिग करनी चाहिए। अधिकारियों को खुद फागिग की मानिटरिग करनी चाहिए, ताकि लोगों को डेंगू से बचाया जा सके।

सुरिदर कौर, मथुरा कालोनी फागिग करने वाले कर्मचारी सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। निगम की यह लापरवाही लोगों के लिए खतरा साबित हो सकती है। निगम के सीनियर अधिकारियों को चाहिए कि वह खुद फागिग करने वाले कर्मचारियों पर ध्यान रखें, ताकि सही ढंग से फागिग हो सके। वर्ना इस तरह फागिग करने का कोई फायदा ही नहीं है।

-सुरिदर सिंह, गुरु नानक नगर निवासी

यहां जै जवान कालोनी में फागिग नहीं हुई। अगर हुई भी होगी तो खानापूर्ति जैसा काम किया होगा, क्योंकि अगर सही ढंग से फागिग की जाती तो हमें भी दिखती। पर अब तक नहीं देखा गया। डेंगू के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में फागिग करना बेहद जरूरी है। इस तरह की लापरवाही लोगों के लिए खतरा है।

सुरिदरपाल सिंह, निवासी जै जवान कालोनी

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