तीरंदाजी में स्वर्ण पदक विजेता मनजोत का जोरदार स्वागत
पहले लड़की होना एक बोझ माना जाता था लेकिन अब लड़कियां हर क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।
यादविदर गर्गस (नाभा) पटियाला
पहले लड़की होना एक बोझ माना जाता था लेकिन अब लड़कियां हर क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। इसका उदाहरण नाभा तहसील के गांव बिरडवाल गांव निवासी मनजोत कौर ने महाराष्ट्र के अमरावती में 21 से 30 नवंबर तक हुई सब जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर दिया। रविवार को गांव पहुंची मनजोत का जोरदार स्वागत किया गया।
इस दौरान संबोधित करते हुए मनजोत ने कहा कि मेरा सपना ओलिंपिंक में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना है। मनजोत कौर नाभा रखड़ा गांव के कैंब्रिज स्कूल में प्लस वन की छात्रा है। मनजोत कौर ने कहा कि मैं अपने परिवार और गांववालों की बहुत आभारी हूं जिन्होंने मेरा साथ दिया। देश की युवा पीढ़ी को उन्होंने संदेश दिया कि युवा नशे के बजाय खेलों में ध्यान देकर अपने परिवार और देश का नाम रोशन करें। इस दौरान मनजोत कौर की मां संदीप कौर ने कहा कि आज मैं बहुत खुश हूं कि मेरी बेटी स्वर्ण पदक जीतकर घर लौटी है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी बेटी से बहुत उम्मीदें हैं। मां ने कहा कि हमने कभी भी अपनी बेटी को बेटों से कम नहीं आंका। उसका हर कदम पर साथ दिया। इस मौके पर स्कूल के डीपी उपकरण सिंह और गांव के सरपंच निर्मल सिंह ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि मनजोत कौर ने गांव और पंजाब का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि बेटी ओलिंपिक में भी नाम कमाएगी।