आज पैसे जमा करवाएं डेयरी मालिक वरना प्लाट हो सकता है कैंसिल
पटियाला के शहरी इलाके से डेयरियों को बाहर शिफ्ट करने के प्रोजेक्ट में निगम ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।
बलविंदरपाल सिंह, पटियाला
पटियाला के शहरी इलाके से डेयरियों को बाहर शिफ्ट करने के प्रोजेक्ट में निगम ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। निगम ने शहर के विभिन्न इलाकों में मुनादी करवाकर डेयरी मालिकों को सचेत करना शुरू कर दिया है। निगम के अनुसार जिन डेयरी मालिकों को डेयरी प्रोजेक्ट वाली जगह पर प्लाट की अलाटमेंट हो चुकी है, उन्हें राशि जमा करवाने के लिए 17 जून अंतिम तारीख दी है। अगर कोई डेयरी मालिक राशि नहीं जमा करवाता तो उसका प्लाट कैंसिल हो सकता है। साथ ही मुनादी के दौरान डेयरी मालिकों को चेतावनी दी जा रही है कि अगर कोई डेयरी मालिक प्लाट की अलाटमेंट नहीं करवाता है तो उसके पशुओं को निगम जब्त भी कर सकता है और उसे जुर्माना किया जाएगा।
निगम ने अब तक 156 डेयरी मालिकों को अबलोवाल स्थित डेयरी प्रोजेक्ट वाली जगह पर प्लाट की अलाटमेंट की है। जानकारी के अनुसार प्रोजेक्ट के पहले फेज में 84 डेयरी मालिकों को अबलोवाल स्थित डेयरी प्रोजेक्ट वाली जगह पर प्लाट की अलाटमेंट कर दी है। दूसरे फेज में 72 डेयरी मालिकों को प्लाट अलाटमेंट की। 2018 में निगम द्वारा करवाए सर्वे में शहर में 257 डेयरियां है। निगम ने इन डेयरी मालिकों को पैसे भरने के लिए 17 जून 2021 तक का समय दिया है। अगर इस दौरान जो डेयरी मालिक पैसे नहीं भरेगा, का प्लाट कैंसिल हो सकता है। वहीं, पहले फेज में पैसे नहीं भरने वाले 42 डेयरी मालिकों के प्लाट निगम ने कैंसिल कर दिए गए हैं। अब निगम के पास 143 प्लाट हैं, जिनकी अगले समय में अलाटमेंट की जानी है। डेयरी मालिकों को शिफ्ट होने को 31 नवंबर तक का समय दिया
निगम सुपरिंटेंडेट सुरजीत सिंह चीमा ने कहा कि डेयरी मालिकों को डेयरी शिफ्ट करने का 31 नवंबर 2021 तक का समय दिया गया है। अगर इसके बाद भी डेयरियां शिफ्ट नहीं की जाती, तो उनके लिए नई गाइडलाइन जारी की जाएगी। अगर कोई डेयरी मालिक गोबर व गंदगी सीवरेज में गिराता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। चीमा ने बताया कि फिलहाल पांच से ऊपर पशु रखने वाले डेयरी मालिकों को प्लाट की अलाटमेंट की जा रही है। बड़े डेयरी मालिकों को प्लाट की अलाटमेंट करने के बाद ही छोटे डेयरी मालिकों को प्लाट की अलाटमेंट की जाएगी। सीवरेज समस्या से परेशान होते हैं लोग
यहां बडूंगी बस्ती, पुराना बिशन नगर, गुरबुख्श कालोनी, गुरु नानक नगर, खालसा मोहल्ला सनौरी अड्डा के अलावा शहर के विभिन्न इलाकों में डेयरियां हैं। इन्हीं इलाकों में सीवरेज जाम रहने की समस्या सबसे ज्यादा है। इसका कारण ये है कि डेयरी मालिक गोबर व अन्य गंदगी सीवरेज में गिराते हैं, जिससे सीवरेज ब्लाक हो जाता है। डेयरी मालिक निगम को सहयोग करें। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद शहर के लोगों को काफी फायदा होगा। इसलिए जरूरी है कि जिन डेयरी मालिकों को प्लाट की अलाटमेंट हो चुकी है, तुरंत निगम के पास पैसे जमा करवा दें।
पूनमदीप कौर, निगम कमिश्नर