सुखचैन सिंह कत्ल केस में सिट गठित
थाना भादसों के अंतर्गत आते गांव हल्लोताली में पूर्व अकाली सरपंच के बेटे सुखचैन सिंह के कत्ल केस में परिवार को फैक्ट्री के स्टाफ पर शक है।
जागरण संवाददाता, पटियाला, भादसों : थाना भादसों के अंतर्गत आते गांव हल्लोताली में पूर्व अकाली सरपंच के बेटे सुखचैन सिंह के कत्ल केस में परिवार को फैक्ट्री के स्टाफ पर शक है। इसके बाद पारिवारिक सदस्यों ने शनिवार को माधव फैक्ट्री के सामने गेट बंद कर धरना लगा दिया। सुखचैन सिंह के पिता जगदीश व अन्य लोगों ने कहा कि फैक्ट्री के एडवाइजर का इस कत्ल के पीछे हाथ है और कत्ल करने वाले सुखचैन सिंह के साथ काम करने वाला स्टाफ है। परिवार के लोगों ने कहा कि कुछ दिन पहले सुखचैन सिंह ने घर में बात की थी कि फैक्ट्री के कुछ मेंबर उसे फैक्ट्री में चोरी करने के लिए मजबूर कर रहे थे लेकिन उसने मना कर दिया। सुखचैन सिंह ने इन लोगों का पर्दाफाश करने व नौकरी छोड़ने की बात कही थी, जिस वजह से उसका कत्ल किया गया है। फिलहाल पुलिस ने परिवार द्वारा लिखाए चार लोगों में से तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। थाना भादसों के इंचार्ज सुखदेव सिंह ने कहा कि परिवार के शक के आधार पर पड़ताल की जा रही है। बात करने आया एडवाइजर भी घेरा
शनिवार सुबह फैक्ट्री के बाहर धरना लगाए जाने के बाद प्रबंधकों में हलचल मच गई थी। इसके बाद फैक्ट्री का एडवाइजर धरना दे रहे परिवार से बात करने पहुंचा। परिवार के लोगों ने एडवाइजर भी गंभीर आरोप लगा दिए, जिसके बाद वह माफी मांगते हुए मौके से लौट गया। पूर्व अकाली सरपंच के बेटे सुखचैन सिंह का बीते बुधवार रात करीब नौ बजे चाकू मार कत्ल किया गया था। हल्लोताली गांव के पास पहुंचने पर बुलेट सवार दो युवकों ने उसे घेरकर पेट में चाकू से कत्ल करने के बाद उसका बुलेट मोटरसाइकिल भी साथ लेकर फरार हो गए थे। शाम सात बजे धरना किया खत्म
भादसों में कत्ल हुए सु्खचैन सिंह के परिवार द्वारा माधव फैक्ट्री के बाहर लगाया धरना शनिवार शाम करीब सात बजे खत्म कर दिया गया। मौके पर एसपी ट्रैफिक पलविदर सिंह चीमा पहुंचे, जिन्होंने कहा कि इस मामले में स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (सिट) का गठन कर दिया गया है। सिट में डीएसपी नाभा राजेश छिब्बर, एसएचओ भादसों सुखदेव सिंह, डीएसपी डी मोहित अग्रवाल, सीआईए पटियाला इंचार्ज शमिदर सिंह शामिल हैं। जो फैक्ट्री के शक्की लोगों के अलावा केस के अन्य पहलुओं पर जांच करेंगे।