शिअद की सरकार बनने पर सबसे पहले धर्मसोत पर कार्रवाई करेंगे : मजीठिया
पंजाब एससी भाईचारा के योगदान को न कभी भुलाया जा सकता है न कभी ठुकराया जा सकता है।
संवाद सूत्र, नाभा : पंजाब एससी भाईचारा के योगदान को न कभी भुलाया जा सकता है न कभी ठुकराया जा सकता है। एससी भाईचारे को गुरु साहिब ने भी सम्मान दिया है। ये बात शिअद के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने नाभा में पार्टी वर्करों को संबोधित करते हुए कही। वह यहां हलका इंचार्ज कबीर दास के नेतृत्व में पार्टी के नाभा कार्यालय में एक बैठक को संबोधित करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत के खिलाफ एससी स्कालरशिप घोटाले में मामला भी दर्ज होगा और उनसे गबन किए पैसे भी निकलवाए जाएंगे। यह शिअद का वादा है कि अकाली सरकार बनने के बाद सबसे पहले मंत्री धर्मसोत पर कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि नाभा के प्रतिनिधि धर्मसोत ने जितना धोखा व ठगी इस वर्ग से की है, ऐसा उदाहरण कहीं नहीं देखने को मिला। एससी बच्चों की पढ़ाई के लिए एससी स्कालरशिप स्कीम, मेरिटोरियस स्कूलों की स्कीम की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने की थी। साल 2017 के बाद अब 2021 आ गया। एससी स्कालरशिप देनी तो क्या देनी थी बल्कि लाखों बच्चों का भविष्य खराब कर दिया गया और ढाई करोड़ रुपये का घपला करके आज भी मंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं। इस मौके पर पूर्व अकाली मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा, हलका इंचार्ज कबीर दास, विक्रमजीत सिंह चौहान, शिअद शहरी प्रधान राजेश बांसल बब्बू, पूर्व प्रधान जसपाल जुनेजा, यादविदर संधू, अमन गुप्ता, राजकुमार, राजेश गुप्ता समेत कई अकाली नेता वर्कर उपस्थित रहे।
नवजोत सिद्धू और केजरीवाल की भी की खिचाई
पंजाब के नए कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पर कटाक्ष करते हुए मजीठिया ने कहा कि पहले सिद्धू ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को क्या-क्या नहीं कहा। अब क्या वे सभी सिद्धू के लिए पवित्र हो गए। सिद्धू के साथ-साथ उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेता अरविद केजरीवाल की भी खिंचाई की। आप सुप्रीमो व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल के बारे में मजीठिया ने कहा कि वह दिल्ली से आकर कहते हैं कि पंजाब में 300 यूनिट बिजली माफ होगी जबकि दिल्ली के लोगों ने उन्हें चुना और वहां केवल 200 यूनिट माफ हैं। सोचने वाली बात है कि दिल्ली में 300 यूनिट क्यों माफ नहीं की।