बदलते मौसम और प्रदूषण से बीमार मरीजों पर सेहत विभाग रखेगा नजर
सेहत विभाग अब हवा में फैलने वाले प्रदूषण सहित मौसम के बदलाव से बीमार होने वाले लोगों पर खास नजर रखेगा।
सुरेश कामरा, पटियाला
सेहत विभाग अब हवा में फैलने वाले प्रदूषण सहित मौसम के बदलाव से बीमार होने वाले लोगों पर खास नजर रखेगा। इस स्थिति में राजिदरा अस्पताल में दाखिल होने वाले मरीजों की रिपोर्ट मेडिकल कालेज सेहत विभाग के पास भेजेगा। रिपोर्ट के आधार पर सेहत विभाग मरीजों की सेहत का बचाव करने और उनकी परेशानी को दूर करने के लिए जिला प्रशासन को अपना सुझाव देगा और जिला प्रशासन उस पर अपना आदेश जारी करेगा। सिविल सर्जन डा. प्रिस सोढी ने कहा कि फिलहाल जिले में इस तरह की स्थिति सामने नहीं आई है, लेकिन फिर भी अगर इस तरह के हालात बनते हैं तो सेहत विभाग निबटने के लिए तैयार है।
सिविल सर्जन डा. प्रिस सोढी व जिला एपीडिमोलोजिस्ट डा. सुमित सिंह ने बताया कि नेशनल प्रोग्राम फार क्लाइमेट चेंज एंड ह्यूमन हेल्थ (एनपीसीसीएचएच) के तहत कुछ समय पहले पटियाला में आई टीम ने सेहत अधिकारियों के साथ मीटिग करके यहां की हवा में प्रदूषण सहित मौसम के बदलाव के कारण होने वाली बीमारियों पर चर्चा की। अब मौसम बदलाव एवं हवा के प्रदूषण से बीमार होने वाले लोगों को राजिदरा अस्पताल में दाखिल करने के लिए चुना गया है। राजिदरा अस्पताल उन मरीजों की रिपोर्ट सेहत विभाग को भेजेगा। बदले मौसम सहित प्रदूषित हवा से अगर एक साथ अधिक मरीज सामने आते हैं तो सेहत विभाग उससे बचाव के लिए अपना सुझाव डिप्टी कमिश्नर के पास भेजेगा। उसके आधार पर जिला प्रशासन कुछ सख्त फैसले लेगा। उनमें पराली को जलाने पर अधिक सख्ती, ईंट भट्ठे बंद करवाना, किसी इमारत के दौरान अधिक संख्या में लेबर कर्मी लगे हैं तो उस काम को बंद करवाना, अधिक संख्या में काम करने वाली फैक्ट्रियों को कुछ समय के लिए बंद करवाने जैसे फैसले लिए जाएंगे।
इसी तरह ही यह नियम अधिक सर्दी अथवा गर्मी के मौसम के समय भी लागू होगा। अधिक सर्दी के समय अथवा गर्मी के सीजन में लू चलने के समय लोगों को बीमार होने से बचाने के लिए भी सेहत विभाग अलर्ट रहेगा। ऐसी स्थिति में सेहत विभाग जिला प्रशासन के जरिए कुछ सख्त नियम लागू करवा सकता है। सिविल सर्जन डा. सोढी ने बताया कि कोविड फैलने के साथ एक दम मरीजों की संख्या बढ़ी थी तो जिला प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन को उनकी तरफ से लिखित तौर पर कहा जाता रहा है कि मरीज के घर के आसपास पुलिस सुरक्षा सहित बेरीकेडिग करवाई जाए, ताकि उक्त मरीज के जरिए यह बीमारी आगे न फैले।