कोरोना पाजिटिव मरीज को सेहत विभाग ने भेजी एक्सपायर्ड दवाएं

एक तरफ जहां कोरोना वायरस के केसों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है वहीं दूसरी तरफ कोरोना पीड़ितों को दवा और फतेह किट देने के नाम पर सेहत विभाग लापरवाही बरत रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 11:58 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 11:58 PM (IST)
कोरोना पाजिटिव मरीज को सेहत  विभाग ने भेजी एक्सपायर्ड दवाएं
कोरोना पाजिटिव मरीज को सेहत विभाग ने भेजी एक्सपायर्ड दवाएं

जागरण संवाददाता, पटियाला : एक तरफ जहां कोरोना वायरस के केसों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है, वहीं दूसरी तरफ कोरोना पीड़ितों को दवा और फतेह किट देने के नाम पर सेहत विभाग लापरवाही बरत रहा है। जिले के गांव बारन में सेहत विभाग ने एक कोरोना पाजिटिव को पहले तो दवा दी ही नहीं। जब पीड़ित ने इसकी शिकायत की तो विभाग ने चार दिन के बाद उसे एक्सपायर्ड दवाएं भेज दी गई। इस संबंधी पीड़ित ने सेहत विभाग के टोल फ्री नंबर पर भी शिकायत की लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।

जानकारी देते हुए गांव बारन निवासी वीरराज शर्मा ने बताया कि वह प्राइवेट कंपनी में काम करता है। सेहत विभाग ने 10 अप्रैल 2021 को 28 के करीब मुलाजिमों के सैंपल लिए थे। बीते दिन आई रिपोर्ट में उसके समेत चार मुलाजिमों की रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई। उस दिन से वह घर में क्वारंटाइन में हैं। इसके बाद उसने दवा के लिए कई बार सेहत मुलाजिमों से संपर्क किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिर चार दिन के बाद विभाग ने दवा पहुंचाई। किट में ओआरएस के घोल, मल्टी विटामिन, लीवोसिटराजिन और पैरासिटामोल की दवा थी। इन दवाओं में ओआरएस घोल और मल्टी विटामिन की दवाएं एक्सपायर हो चुकी हैं। ऐसा ही एक मामला नाभा तहसील में भी सामने आया था। सरकार द्वारा जारी फतेह किट भी नहीं दी गई

वीरराज ने कहा कि सरकार कोरोना पीड़ितों के लिए फतेह किट मुहैया करवाई करवाती है। जिसमें स्टीमर, आक्सीमीटर, दवाएं, थर्मामीटर और कसरत करने का सामान होता है। उन्होंने बताया कि उनके साथ जो मुलाजिम पाजिटिव पाए गए थे। सबको यह किट मुहैया करवाई गई है जबकि उसे किट नहीं मिली। कोरोना पीड़ित मरीज को फतेह किट नहीं देने और एक्सपायर्ड दवाएं देने संबंधी मुझे कोई जानकारी नहीं है। यदि ऐसा कुछ हुआ है तो मैं वहां की डिस्पेंसरी के मेडिकल अफसर के साथ संपर्क करके उसे नई दवाएं मुहैया करवाउंगी ताकि पीड़ित को परेशानी न हो।

डा. रंजना, सीनियर मेडिकल अफसर, सीएचसी मामला मेरे ध्यान में नहीं है। यदि ऐसी लापरवाही हुई है तो मैं जांच करवाऊंगा। जांच के बाद लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेंगे। साथ ही पीड़ित मरीज को जल्द से जल्द फतेह किट और अन्य दवाएं दी जाएंगी।

डा. सतिंदर सिंह, सिविल सर्जन

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