ग्रास आर्टिस्ट ने दी फ्लाइंग सिख को श्रद्धांजलि

ग्रास आर्टिस्ट अभिषेक चौहान ने फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के साथ बिताए कुछ पलों को एक दुर्लभ तस्वीर के साथ साझा किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 08:39 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 08:39 PM (IST)
ग्रास आर्टिस्ट ने दी फ्लाइंग सिख को श्रद्धांजलि
ग्रास आर्टिस्ट ने दी फ्लाइंग सिख को श्रद्धांजलि

संस, राजपुरा (पटियाला) : ग्रास आर्टिस्ट अभिषेक चौहान ने फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के साथ बिताए कुछ पलों को एक दुर्लभ तस्वीर के साथ साझा किया है। इसमें फ्लाइंग सिख उनके द्वारा बनाए मास्टर आर्ट 'एक ओंकार' की कलाकृति के दर्शन करने के लिए आए थे। यह बात तब की है, जब ग्रास आर्टिस्ट ने 1100 तिनकों को 11 हजार बार मोड़कर दस घंटे में एक ओंकार की दुर्लभ कलाकृति बनाई थी, जो विश्व की घास से बनी एक ओंकार की इकलौती कलाकृति है। जब मिल्खा सिंह को इसके बारे में पता चला था कि एक ओंकार की चांदी घर फेरी करवाई जा रही है तब वे इस दुर्लभ कलाकृति को देखने चंडीगढ़ आए थे। फिलहाल यह कलाकृति श्री गुरु नानक देव जी के पावन स्थान श्री बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी में सुशोभित है। ग्रास आर्टिस्ट चौहान ने कहा कि मिल्खा सिंह एक दिव्य चरित्र वाली शख्सियत थे। ऐसा व्यक्तित्व मौत के बाद भी देश की रूह में हमेशा जिदा रहता है। वह मेरे लिए तथा देश के करोड़ों युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणास्त्रोत रहेंगे। 15 मिनट के वो पल हमेशा रहेंगे यादगार

अभिषेक ने कहा कि वह उन्हें सिर्फ 15 मिनट के लिए मिले थे पर वो पल मेरी जिदगी के सबसे अनमोल पलों में हमेशा यादगार के रूप में रहेंगे क्योंकि मिल्खा सिंह ने विश्व स्तर पर पांच गोल्ड मेडल, नेशनल स्तर पर दो गोल्ड व एक सिल्वर लेकर आए थे। बचपन में उनके बारे किताबों में पढ़ता था वह मेरे आदर्श हमेशा रहेंगे। मिल्खा सिंह को 'फ्लाइंग सिख' का नाम पाकिस्तान के जनरल अयूब खान ने दिया था, जब उन्होंने 1960 में अब्दुल खालिद को हराया था जो उस समय एशिया महाद्वीप का सबसे तेज धावक था और विश्व रिकार्ड स्थापित किया था। उस समय मिलखा सिंह इतना तेज भागे थे कि वहां उपस्थित दर्शकों को उनके पैर तक दिखाई नहीं दिए थे।

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