साढ़े तीन साल बाद सरकार ने शुरु की मोबाइल राजनीति : भाजपा

पटियाला भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कहा है कि सरकार ने साढ़े तीन साल के बाद युवा वर्ग को फिर से बहलाने के लिए मोबाइल राजनीति शुरू की है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 12:21 AM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 12:21 AM (IST)
साढ़े तीन साल बाद सरकार ने शुरु की मोबाइल राजनीति : भाजपा
साढ़े तीन साल बाद सरकार ने शुरु की मोबाइल राजनीति : भाजपा

जागरण संवाददाता, पटियाला : भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कहा है कि सरकार ने साढ़े तीन साल के बाद युवा वर्ग को फिर से बहलाने के लिए मोबाइल राजनीति शुरू की है। सरकार को समझना होगा कि अब उसकी जमीन पंजाब से खिसक रही और लोग समझ चुके हैं कि सरकार ने फिर से मोबाइल फोन का दांव खेला है।

कार्यकाल आरंभ होते ही देना चाहिए था फोन

प्रदेश सचिव सुखविदर कौर नौलखा ने कहा कि सरकार अब मोबाइल फोन राजनीति पर उतरी है और युवा वर्ग को बहलाने का काम कर रही है। यह काम तो सरकार को शुरुआती दौर में करना चाहिए था, लेकिन अब सरकार की पंजाब में बेरोजगारी बढ़ने के कारण किरकिरी हो गई है और अब सरकार ने यह दांव खेला है जो सरासर गलत है।

अब अंतिम समय में क्यों याद आया फोन

पूर्व जिला प्रधान एसके देव ने कहा कांग्रेस सरकार पंजाब में अपना आधार खो चुकी है, क्योंकि उसके पदाधिकारी एक दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे हैं। इसलिए यह सरकार अब अगली बार नहीं आएगी। जहां तक बात है मोबाइल फोन की तो वो अंतिम समय में आकर ही सरकार को यह काम क्यों याद आया।

आज तक नशा भी नहीं किया खत्म

जिला उपाध्यक्ष वरिदर बत्रा ने कहा कि पंजाब के लोगों को नशे की गर्त में डाल सरकार सोई हुई है। सरकार की शह पर प्रदेश में अवैध नशे का कारोबार फलफूल रहा है। जबकि सरकार ने पंजाब में सरकार बनने के कुछ समय बाद ही नशा खत्म करने की बात कही थी।

घर-घर रोजगार का वादा भी झूठा

जिला सचिव वरुण जिदल ने भी मोबाइल की राजनीति को न केवल पंजाब के लिए, बल्कि यूथ वर्ग को गुमराह करने वाला बताया है। सरकार ने कहा था वह घर-घर रोजगार पहुंचाएगी, लेकिन लाखों की संख्या में युवक आज भी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं।

यह सिर्फ वोट की है राजनीति

भाजपा नेता व पटियाला बहावलपुर महासभा के प्रधान नरेश जसूजा ने कहा कि सरकार को यह मोबाइल लॉकडाउन से पहले देने चाहिए थे, ताकि युवा वर्ग घर पर बैठकर अपनी स्टडी को कांटीन्यू कर सकता। अब जब सरकार के जाने का समय आ गया है तो मोबाइल देकर अपनी वोट बटोरने का पासा फेंका है। सूझवान लोग इस बात को भलीभांति जान गए हैं कि यह केवल वोट की राजनीति है।

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