पटियाला स्टेशन पर छह घंटे रुकी रही दादर एक्सप्रेस, लोग परेशान
लखीमपुर खीरी की हिंसक घटना के आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर क्रांतिकारी किसान यूनियन ने सुबह 10 बजे पटियाला जिले की चार जगहों पटियाला रेलवे स्टेशन धबलान रेल लाइन शंभू रेल लाइन व नाभा रेल लाइन पर छह घंटे तक रेल यातायात रोके रखा।
जागरण संवाददाता, पटियाला : लखीमपुर खीरी की हिंसक घटना के आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर क्रांतिकारी किसान यूनियन ने सुबह 10 बजे पटियाला जिले की चार जगहों पटियाला रेलवे स्टेशन, धबलान रेल लाइन, शंभू रेल लाइन व नाभा रेल लाइन पर छह घंटे तक रेल यातायात रोके रखा। इस दौरान किसानों ने रेल लाइनों पर धरना देकर रोष प्रदर्शन किया। किसानों के धरना प्रदर्शन के कारण पटियाला स्थित रेलवे स्टेशन पर मुंबई से अमृतसर जाने वाली दादर एक्सप्रेस रुकी रही। इसके चलते ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्री गाड़ी से उतरकर स्टेशन पर लगे बेंच पर बैठकर धरना खत्म होने का इंतजार करते देखे गए। वहीं, शाम चार बजे जब किसानों ने रेल ट्रैक से धरना हटाया तब जाकर ट्रेन रवाना हुई।
क्रांतिकारी किसान यूनियन के सदस्य गुरविदर सिंह, प्रदीप सिंह, बूटा सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लखीमपुर घटना के आरोपितों को बचाया जा रहा है। जिसके चलते किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ रेल लाइनों पर धरना देकर रोष जताया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने आरोपितों को कड़ी सजा नहीं दी व तीनों कृषि कानूनों को रद नहीं किया तो किसान संघर्ष और तेज करेंगे। परेशान होते रहे यात्री
मुंबई से वैष्णो देवी नतमस्तक होने जा रहे थे, पर यहां किसानों ने रेल लाइन पर धरना लगा रखा है। अब ट्रेन में ही बैठकर धरना खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। इस तरह से पब्लिक को परेशान करना सही नहीं है। शाम चार बजे किसान धरना खत्म करेंगे तो उसके बाद ट्रेन चल सकेगी।
-जयंती व नीना, निवासी मुंबई दिल्ली से अमृतसर के लिए जा रहा था, पर किसानों के धरने के चलते ट्रेन यहीं रुक गई। इसके चलते अब ट्रेन से उतरकर यहां बैठकर धरना खत्म होने का इंतजार कर रहा हूं। इस तरह के प्रदर्शन से ज्यादातर आम पब्लिक ही परेशान होती है, या फिर बड़े-बड़े व्यापार को नुकसान उठाना पड़ता है। सरकार को भी चाहिए कि किसानों के मुद्दे को जल्द खत्म करे।
- अजय कुमार, निवासी दिल्ली महाराष्ट्र से वैष्णो देवी यात्रा के लिए जा रहे हैं पर यहां किसानों के धरने के चलते यहां रुकना पड़ रहा है। धरने से परेशानी तो हो रही है, पर हर व्यक्ति को अपने हक के लिए लड़ना भी जरूरी है। किसानी धरने के चलते अलग-अलग राज्यों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
रामकली, महाराष्ट्र किसानों के धरने के कारण ट्रेन यहां रुक गई है। जिसके चलते अब शाम चार बजे तक यहीं ट्रेन में बैठकर इंतजार करना पड़ेगा। हर राज्य में यही हाल है। किसानों ने जहां-जहां धरना लगा रखा है, वहां पब्लिक को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। रेल लाइन पर धरना लगाने से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
मिनाली देवी, महाराष्ट्र