धान की पराली को आग न लगाकर बढ़ाया उत्पादन

धान की पराली को खेत की मिट्टी में ही मिलाकर गांव हरियाउ खुर्द का किसान जसपाल सिंह 70 एकड़ जमीन में सफलता से खेती कर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:05 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:05 PM (IST)
धान की पराली को आग न लगाकर बढ़ाया उत्पादन
धान की पराली को आग न लगाकर बढ़ाया उत्पादन

जागरण संवाददाता, पटियाला : धान की पराली को खेत की मिट्टी में ही मिलाकर गांव हरियाउ खुर्द का किसान जसपाल सिंह 70 एकड़ जमीन में सफलता से खेती कर रहा है। जसपाल सिंह ने बताया कि उसने पिछले दो वर्षों दौरान अपने खेतों में आग नहीं लगाई, जिससे फसल को काफी लाभदायक मित्र कीड़ों ने जमीन की शक्ति और ज्यादा बढ़ा दी है। पिछले समय से अब खेतों में खाद का प्रयोग कम होने लगा है। जसपाल ने बताया कि पराली को खेत की मिट्टी में मिलाने से यूरिया खाद के प्रयोग में कमी आई वहीं जमीन पानी समाने की क्षमता में बढ़ावा हुआ है। इसके अलावा पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है। धान की पराली के निपटारे व गेंहू की बिजाई के लिए आधुनिक मशीनरी के प्रयोग कर रहा है जिसके तहत पहले पैडी स्टरा, चोपर फेर आरएमबी प्लाओ के बाद रोटावेटर और फिर सुहागा लगाकर जीरो टिल ड्रिल से गेंहू की बिजाई की जाती है। जसपाल सिंह ने किसानों को धान की पराली को आग लगाने की जगह खेतों में मिलाने की अपील की।

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