नई भर्ती से पहले 2364 ईटीटी भर्ती पूरी करने की मांग, कोर्ट जाने की चेतावनी
ईटीटी 2364 अध्यापक यूनियन ने एक बैठक करके नई भर्ती से पहले 2364 ईटीटी की भर्ती पूरी करने की मांग की।
जागरण संवाददाता, पटियाला : ईटीटी 2364 अध्यापक यूनियन ने एक बैठक करके नई भर्ती से पहले 2364 ईटीटी की भर्ती पूरी करने की मांग की। साथ ही यूनियन के सदस्यों ने मांगें पूरी नहीं होने पर कोर्ट जाने की चेतावनी भी दी। इस मौके पर गुरजंट पटियाला, बूटा मानसा, गुरप्रीत कौर, गगन खुडाल ने कहा कि बताया गया कि यह भर्ती मार्च 2020 में शिक्षा विभाग द्वारा निकाली गई थी, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बाद भी शिक्षा विभाग ने भर्ती अभी तक पूरी नहीं की, जबकि इस भर्ती की सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दिसंबर 2020 में इसकी स्क्रूटनी होकर मेरिट लिस्टें भी तैयार हो चुकी हैं। इस भर्ती को सरकार जानबूझकर कोर्ट केस का बहाना बनाकर लटका रही है। जोकि बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
इस भर्ती में सिलेक्ट हो चुके अध्यापक पिछले डेढ़ साल से बेरोजगार होकर घर बैठे हुए हैं, जिनका सरकार द्वारा आर्थिक शोषण किया जा रहा है। सरकार द्वारा इस भर्ती को नजरअंदाज करके नई भर्ती निकाली गई है जोकि सरासर इन अध्यापकों के साथ धक्का है, नेताओं की तरफ से मांग की गई कि पहले इस भर्ती को पूरा किया जाए इसके बाद नई भर्ती पूरी की जाए।
उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से इस भर्ती को नजरअंदाज करके इसके मुकाबले दूसरी भर्ती शुरू करने का मतलब यह है कि सरकार सभी पदों को भरना नहीं चाहती, क्योंकि जो अध्यापक इन 2364 पोस्टों में सिलेक्ट हो चुके हैं, वही दूसरी पोस्टों में दोबारा आवेदन करेंगे और सरकार द्वारा दोबारा फीस लेकर खजाना भरा जाएगा, जोकि गैरकानूनी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने पहले इस भर्ती को पूरा नहीं किया तो अध्यापक अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। बता दें कि 2364 ईटीटी सिलेक्टेड अध्यापक पिछले आठ जुलाई से पटियाला में नियुक्ति पत्र जारी करवाने के लिए पक्का मोर्चा लगाकर बैठे हैं। इस मौके जगपाल सिंह बठिडा, कुलदीप चहल, चरनजीत कौर, गुरविदर सिंह, मनी संगरूर, अर्शदीप सिंह फरीदकोट, जगजीत सिंह, सुखचैन सिंह, हीरा लाल, गुरजीत सिंह आदि अध्यापक नेता उपस्थित रहे।