बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास शिक्षकों ने किया मुख्यमंत्री आवास का घेराव

रोजगार की मांग को लेकर मंत्रियों और अधिकारियों के साथ मीटिग होने के बावजूद मांगें पूरी नहीं होने के रोषस्वरूप बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापकों ने वीरवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 09:49 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 09:49 PM (IST)
बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास शिक्षकों ने  किया मुख्यमंत्री आवास का घेराव
बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास शिक्षकों ने किया मुख्यमंत्री आवास का घेराव

जागरण संवाददाता, पटियाला : रोजगार की मांग को लेकर मंत्रियों और अधिकारियों के साथ मीटिग होने के बावजूद मांगें पूरी नहीं होने के रोषस्वरूप बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापकों ने वीरवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया। अध्यापक दोपहर करीब एक बजे लीला भवन के पास जमा हुए और फव्वारा चौक तक रोष मार्च करने के बाद एक घंटे के करीब फव्वारा चौक में जाम लगाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान जब बेरोजगार अध्यापकों की कोई बात नहीं सुनी गई तो करीब ढाई बजे बेरोजगारों ने सीएम आवास की तरफ रोष मार्च शुरू कर दिया। जिस पर उन्हें रोकने के लिए वाइपीएस चौक में बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल के साथ बेरोजगारों की धक्कामुक्की भी हुई। जिसके बाद जिला प्रशासन ने यूनियन को आठ जून को मुख्य सचिव विन्नी महाजन के साथ मीटिग का समय दिया गया। जिसके बाद बेरोजगारों ने प्रदर्शन समाप्त किया। इसके साथ ही बेरोजगारों ने चेतावनी दी कि अगर आठ जून को उनकी मीटिग मुख्य सचिव के साथ नहीं होती या फिर मीटिग में कोई हल नहीं होता तो 11 जून को दोबारा सीएम आवास का घेराव किया जाएगा।

इस मौके पर यूनियन के प्रदेश प्रधान दीपक कंबोज, संदीप शामा, निर्मल जीरा, सुलिदर कंबोज, कुलदीप खोखर और राजवीर मुक्तसर ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा 2364 ईटीटी अध्यापकों की भर्ती निकाली गई जिसमें बीएड उम्मीदवारों को बराबर मौका दिया गया। जिससे ईटीटी उम्मीदवारों की पोस्टों और उनके हर पर डाका मारा जा रहा है। बेरोजगारों को रोकने के लिए पुलिस ने की थी थ्री लेयर प्लानिग

बेरोजगारों को रोकने के लिए पुलिस ने थ्री लेयर प्लानिग की हुई थी। जिसके तहत पुलिस कर्मचारियों को तीन लेयर में बांटा हुआ था। पहली लेयर में तैनात कर्मचारियों को बेरोजगारों को आगे बढ़ने से रोकने की ड्यूटी सौंपी गई थी, जबकि दूसरी लेयर के कर्मचारियों की ड्यूटी प्रदर्शनकारियों को बैरिकेडिग तक पहुंचने से रोकने की थी। इसके बावजूद अगर कोई प्रदर्शनकारी बैरिकेडिग तक पहुंच जाए तो उसे सीएम आवास तक पहुंचने से रोकने के लिए बैरिकेडिेंग के पास तीसरी लेयर में कर्मचारी तैनात किए गए थे। पांच महीने से संगरूर और 75 दिन से टावर पर प्रदर्शन जारी

रोजगार की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापक जहां पिछले लगातार पांच महीनों से संगरूर में डीसी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ 75 दिनों से लीला भवन बीएसएनएल टावर पर सुरिदरपाल गुरदासपुर सेहत बिगड़ने के बावजूद भी टावर पर डटा हुआ है। ये हैं अध्यापकों की मांगे

-10 हजार ईटीटी अध्यापकों के पदों की भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाए।

-2364 ईटीटी की असामियों में सिर्फ ईटीटी टीईटी पास उम्मीदवारों को ही मौका दिया जाए।

-शिक्षा प्रोवाइडर और वालंटियरों को दिए गए एकस्ट्रा अंकों की शर्त हटाई जाए।

-हायर एजुकेशन के नंबरों की शर्त हटाई जाए।

-आयु सीमा में छूट दी जाए। भूखे मरने से बेहतर है कि कोरोना से मर जाएं

ईटीटी टीईटी पास बेरोजगार अध्यापक यूनियन के प्रांतीय प्रधान दीपक कंबोज ने कहा कि सरकार रोजगार न देकर बेरोजगारों को भूख से और आत्महत्या करके मरने को मजबूर कर रही है। परिवार समेत भूख प्यास से मरने से अच्छा है कि कोरोना से ही उनकी मौत हो जाए। शायद इससे सरकार की नींद खुल जाए।

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