एनआइएस के सिक्योरिटी गार्ड्स की सैलरी में गड़बड़ी, ईडी ने की जांच शुरू
एनआइएस में ठेकेदारी सिस्टम के तहत सेवा निभा रहे सिक्योरिटी गार्ड्स को सैलरी देने में गड़बड़ी करने पर ईडी ने जांच शुरू कर दी है।
प्रेम वर्मा, पटियाला
एनआइएस में ठेकेदारी सिस्टम के तहत सेवा निभा रहे सिक्योरिटी गार्ड्स को सैलरी देने में गड़बड़ी करने पर ईडी ने जांच शुरू कर दी है। पुराने सिक्योरिटी गार्ड के मुकाबले नए गार्ड को करीब पांच हजार रुपये कम देने पर इन गार्डिस ने केंद्रीय खेल मंत्री को शिकायत भेजी थी। मंत्री के निर्देश पर एनआइएस के ईडी (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर) कर्नल (रिटा.) राज बिश्नोई ने ठेकेदारों को तलब किया है। सिक्योरिटी गार्ड्स का आरोप है कि एक तरफ जहां उन्हें कम सैलरी दी जा रही थी, वहीं सैलरी बैंक खाते में देने के बजाय कैश देते थे। पूछने और कम सैलरी का एतराज जताने पर कुछ गार्ड्स को नौकरी से निकाल भी दिया था। इस मनमानी से परेशान होने के बाद उन्होंने मिलकर मंत्री के नाम पर शिकायत पत्र भेजा था, जिसमें एनआइएस के 45 के करीब गार्ड्स होने व इनमें से आधे गार्ड नए होने व इन्हें कम सैलेरी देने की शिकायत हुई थी।
एनआइएस में सुरक्षा इंतजामों का जिम्मा करीब 45 सिक्योरिटी गार्ड्स के हाथ में है। इनमें से कुछ गार्ड्स पुराने हैं, जिनकी सैलरी करीब 14 हजार रुपये खाते में डाली जाती है। वहीं कुछ गार्ड नए हैं, जिन्हें करीब नौ हजार रुपये मिलती है। इन गार्ड्स को नौ हजार रुपये सैलरी कैश दी जाती है। गार्ड्स का कहना है कि उन्हें सैलरी कैश में देते हैं जबकि कंप्यूटर सिस्टम में बैंक खाते बने हुए हैं, जहां पर बैंक खाते में क्रेडिट होना दिखाया जाता है। इसका पता चलने के बाद ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री को लिखित रूप में शिकायत भेजी थी, जिसके बाद एनआईएस प्रबंधकों ने जांच शुरू की है। इस संबंध में कई गार्ड्स से बयान भी कलमबद्ध हो चुके हैं। गड़बड़ी करने वाले ठेकेदारों से हो रही है जवाबतलबी : ईडी
एनआइएस के ईडी राज बिश्नोई ने कहा कि कुछ गार्ड्स को ठेकेदार गड़बड़ी करते हुए तंग कर रहे थे। इन ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाएगी और गार्ड्स को उनका बनता हक दिलवाएंगे। इसके अलावा सिक्योरिटी गार्ड्स के जो भी एरियर होंगे, वह उन्हें दिलवाएंगे। यदि किसी गार्ड को कोई परेशानी या समस्या है तो वह उनसे मिलकर अपनी समस्या बता सकते हैं और उसका समाधान भी किया जाएगा।