पैसे व प्रापर्टी के लिए घरेलू नौकरानी की बेटी ने किया मेजर का कत्ल
थाना पसियाणा के अंतर्गत आते संत एनक्लेव निवासी रिटायर्ड मेजर जसवीर सिंह संधू का कत्ल उनकी नौकरानी की बेटी व अपने प्रेमी व साथियों के साथ मिलकर किया था।
जागरण संवाददाता, पटियाला : थाना पसियाणा के अंतर्गत आते संत एनक्लेव निवासी रिटायर्ड मेजर जसवीर सिंह संधू का कत्ल उनकी नौकरानी की बेटी व अपने प्रेमी व साथियों के साथ मिलकर किया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपित सिमरन कौर उर्फ पूर्वी निवासी डिफेंस कालोनी पटियाला, उसके प्रेमी सतनाम सिंह उर्फ सत्ता उर्फ विक्की निवासी गांव बलहेड़ी थाना घनौर, जसमनदीप सिंह उर्फ सोनी निवासी गिलपत्ती मलोट श्री मुक्तसर साहिब, कमल निवासी कंडाला थाना सोहाना जिला मोहाली को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी संदीप गर्ग ने बताया कि इन लोगों के पास पीजी के किराए को चुकाने के लिए पैसा नहीं था, जिस वजह से सिमरन उर्फ पूर्वी ने अन्य आरोपितों को बताया कि मेजर संधू के पास काफी पैसा है। इसके बाद इन लोगों ने कत्ल को अंजाम देने के लाश को कार की डिग्गी में डाल गांव लाछड़ू घनौर स्थित नहर में फेंक दिया था। इन आरोपितों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
यह है पूरा मामला
आरोपित सिमरन कौर उर्फ पूर्वी की मां प्रिया रिटायर मेजर संधू के घरेलू कामकाज करती थी। जिसके बाद संधू के मकान के एक हिस्से में बने कमरे में परिवार के साथ रहने लगी और करीब 18 साल यह लोग उक्त मकान में रहे। जिसके बाद सतनाम सिंह भी उक्त मकान में एक कमरा किराए पर लेकर रहने लगा और इस दौरान सिमरन व सतनाम सिंह के बीच दोस्ती हो गई। कुछ समय के बाद सिमरन की मां ने मेजर संधू का मकान छोड़ दिया, उधर सिमरन की मां का अपने पति के साथ भी झगड़ा हो गया। बाद में मां व बेटी अलग रहने लगी तो बाद में सिमरन अपनी मां के साथ झगड़ा कर मटौर में एक पीजी किराए पर लेकर रहने लगी। यहीं पर अन्य आरोपित भी मटौर सेक्टर 70 सोहाना मोहाली में सिमरन से मिले थे, जिसके बाद सभी आपस में दोस्ती हो गई।
ऐसे रची कत्ल की साजिश
आरोपितों के पास पीजी का किराया देने के लिए पैसे नहीं थे। ऐसे में सिमरन ने कहा कि मेजर संधू अकेला रहता है, जिसके पास काफी पैसा व प्रापर्टी है। इसे हथियाने के लिए उक्त आरोपितों ने साजिश रची और कुछ दिन पहले मुलाकात के बहाने घर की रेकी थी। इसके बाद घटना वाली रात को मेजर का कत्ल करने के बाद घर से एटीएम, मेजर की कार व अन्य दस्तावेज उठा लिए। मेजर की कार की डिग्गी में ही उसकी लाश को रखा और घनौर स्थित नहर में लाश फेंक दी।