डाक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी, धरने पर बैठे रहे डाक्टर
नान प्रेक्टिस अलाउंस (एनपीए) 25 प्रतिशत से कम करके 20 प्रतिशत करने के खिलाफ छठे वेतन आयोग का विरोध करते हुए मेडिकल एंड डेंटल डाक्टर्स एसोसिएशन के साथ जुड़े सदस्यों सहित पीसीएमएस डाक्टरों ने शनिवार को भी दूसरे दिन कामछोड़ हड़ताल जारी रखी।
जागरण संवाददाता, पटियाला : नान प्रेक्टिस अलाउंस (एनपीए) 25 प्रतिशत से कम करके 20 प्रतिशत करने के खिलाफ छठे वेतन आयोग का विरोध करते हुए मेडिकल एंड डेंटल डाक्टर्स एसोसिएशन के साथ जुड़े सदस्यों सहित पीसीएमएस डाक्टरों ने शनिवार को भी दूसरे दिन कामछोड़ हड़ताल जारी रखी। माता कौशल्या अस्पताल में जहां ओपीडी ठप रही वहीं राजिदरा अस्पताल में सुबह तीन घंटे यानी आठ बजे से 11 बजे तक ओपीडी में मरीजों का चेकअप नहीं किया गया। अनिश्चितकाल के लिए शुरू हुई इस हड़ताल में डाक्टर सुबह जहां तीन घंटे की ओपीडी नहीं करते वहीं वे जनरल आपरेशन व स्टूडेंट्स की क्लासें बंद रखते हैं। वहीं इमरजेंसी व कोविड से जुड़ी सेवाएं जारी रखीं।
कार्यकारी प्रधान डा. विजय बोदल, महासचिव डा. डीएस भुल्लर के साथ पीसीएमएस डाक्टर्स की स्टेट बाडी के सदस्य डा. सुदेश प्रताप ने बताया कि छठे वेतन आयोग ने नान प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) को 25 प्रतिशत से कम करके 20 प्रतिशत कर दिया है, जिसके कारण उन्होंने संघर्ष छेड़ा है। आज जहां माता कौशल्या अस्पताल से मरीज बिना इलाज लौटे तो राजिदरा अस्पताल में वे 11 बजे के बाद डाक्टरों को चेकअप करवा सके। डा. डीएस भुल्लर ने कहा कि अस्पताल में इमरजेंसी, इंडोर, कोविड महामारी, इमरजेंसी मेडिको-लीगल और पोस्टमार्टम जैसे कार्य नहीं रोके हैं। आज सुबह मेडिकल और डेंटल से जुड़े डाक्टरों ने डायरेक्टर प्रिसिपल आफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया तो माता कौशल्या अस्पताल सहित सेहत विभाग से जुड़े सब डिवीजन अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी में कार्यरत डाक्टरों ने कामकाज नहीं किया।