पटियाला शहर फिर बना धरना-प्रदर्शनों का शहर
जिले में एक बार फिर धरनों का माहौल बन गया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : जिले में एक बार फिर धरनों का माहौल बन गया है। सरकारी कर्मियों ने खासकर कांट्रैक्ट कर्मियों ने अपनी अहम मांग जिसमें उनको रेगुलर करने की है, ने काम छोड़कर हड़ताल शुरू कर दी है। आज सेहत कर्मियों की पांच जत्थेबंदियों ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की है। जूनियर डाक्टरों ने ओपीडी व आपरेशन करने बंद किए
मेडिकल कालेज के अधीन राजिदरा अस्पताल में स्टडी व प्रैक्टिस कर रहे जूनियर रेजिडेंट डाक्टर्स (जेआरडी) ने सोमवार को न केवल ओपीडी बंद रखी बल्कि आपरेशन भी बंद कर दिए हैं। यूनियन सदस्य डा. विशाल ने कहा कि नया बैच शुरू न होने से राजिदरा अस्पताल के जूनियर डाक्टरों पर काम का बेवजह का बोझ है, बल्कि मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है। राजिदरा अस्पताल में जूनियर डाक्टरों ने कामकाज बंद रखा और अपने सीनियर डाक्टरों के साथ इलाज व आपरेशन थियेटरों में सहयोग नहीं किया। डाक्टरों का कहना है कि नया बैच शुरू करने के लिए काउंसलिंग का मामला सुप्रीमकोर्ट में लंबित है। जब तक उनका यह मामला सुलझ नहीं जाता तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। रेगुलर नर्सिंग स्टाफ ने शुरू की बेमियादी हड़ताल
पंजाब एंड यूटी नर्सिंग ज्वाइंट एक्शन कमेटी के सदस्यों ने सोमवार से कामछोड़ हड़ताल शुरू कर दी है। राजिंदरा अस्पताल में कार्यरत यूनियन की कन्वीनर राजबेदी आनंद व शमिदर कौर ने बताया कि नर्सिंग काडर की लंबे समय से मांगें नहीं मानी जा रही है। इसी बाबत उन्होंने आज से हड़ताल शुरू की है। मेडिकल सुपरिटिडेंट आफिस के बाहर धरने पर बैठी नर्सों ने बताया कि उनकी मुख्य मांगों में पे-पैरिटी, नर्सिंग ड्रेस, डाइट, यूनिफार्म एवं वाशिग अलाउंस देने के साथ उनका डेजिग्नेशन तब्दील करना है। मांग पूरी न होने तक वे धरने पर ही रहेंगी। कोरोना योद्धाओं का प्रदर्शन जारी, आज मंत्री से बैठक
मेडिकल कालेज के अधीन राजिदरा अस्पताल में कोविड मरीजों की देखभाल लिए भर्ती किए कोरोना योद्धाओं का कार पार्किंग की छत पर एवं बाहर धरना प्रदर्शन जारी रहा है। उनको 30 सितंबर को नौकरी से फारिग कर दिया था और तभी से ही संघर्ष कर रहे हैं। इस समय 15 से 20 योद्धा राजिदरा अस्पताल की कार पार्किंग छत पर बैठे हैं जबकि उनके साथी नीचे प्रदर्शन कर रहे हैं। कोरोना योद्धा नेताओं में सुनील कुमार व शमशाद अली ने बताया उनकी सात दिसंबर को मेडिकल एजूकेशन एंड रिसर्च मिनीस्टर डा. राज कुमार वेरका के साथ मीटिग होनी है। मीटिंग में क्या निष्कर्ष निकलता है उसी के अनुसार आगे का फैसला लिया जाएगा। कच्चे एनएचएम कर्मी आज एनएच पर प्रदर्शन करेंगे
अपनी सेवाओं को रेगुलर करवाने की मांग को लेकर एनएचएम मुलाजिमों की काम छोड़ हड़ताल आज 21वें दिन में शामिल हो गई है। सिवल सर्जन दफ्तर एनएचएम ज्वाइंट फ्रंट के झंडे तले पंजाब सरकार के झूठे बहानों के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि वे मंगलवार को नेशनल हाईवे पर प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में जिला पटियाला के अलग-अलग मुलाजिम जिनमें क्लेरिकल स्टाफ, स्टाफ नर्स, आईडीएसपी, आरएनटीसीपी सीएचओज, फार्मासिस्ट, डीपीएमयू यूनिट के सदस्य शामिल हुए। हड़ताल के कारण आफिस में आने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिनेश गर्ग फार्मासिस्ट ने कहा कि वादे करके मुकर जाना पंजाब सरकार की प्रवृति बन चुकी है। इस मौके पर अमित जैन, लवलिंदर सिंह, हरीश कुमार, पूजा रानी, परमिंदर सिंह, कुलविंदर सिंह, सुखविंदर कौर, मोनिका शर्मा, सोनिका रानी, रविंद्र कुमार, विजेंदर कुमार, सतनाम सिंह उपस्थित रहे। नशामुक्ति केंद्र के कांट्रैक्ट कर्मी चंडीगढ़ में पक्का धरने पर
नशामुक्ति केंद्रों में काम करने वाले कांट्रैक्ट कर्मियों ने आज से हड़ताल शुरू करके चंडीगढ़ में पक्का धरना लगा दिया है। पटियाला जिले में 12 नशामुक्ति केंद्रों में काम करने वाले करीब 36 मुलाजिम हैं, जिन्होंने आज से कामकाज बंद कर दिया है। यूनियन के प्रदेश प्रधान परमिदर सिंह ने बताया कि वे पिछले लंबे समय से खुद को रेगुलर करने की मांग करते आ रहे हैं लेकिन फिर भी सरकार एवं अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं। मजबूरीवश उन्होंने अब काम छोड़कर धरना शुरू किया है। उनकी हड़ताल अब अनिश्चितकाल के लिए है और मसला हल होने तक वे अब काम नहीं करेंगे। उधर, विभाग ने उनके स्थान पर अस्थायी मुलाजिमों की ड्यूटी लगाकर काम को चालू कर लिया है ताकि वहां पर दवा लेने के लिए आने वाले लोग परेशान न हों। कांट्रैक्ट पीआरटीसी कर्मचारी आज से हड़ताल पर
कांट्रैक्ट पीआरटीसी सहित पनबस कर्मी मंगलवार से अनिश्चिकालीन समय के लिए हड़ताल पर जा रहे हैं। हालांकि चार दिसंबर को उनके द्वारा की हड़ताल व प्रदर्शन के दौरान बसें नहीं चलीं और कई रूट प्रभावित होने के कारण पीआरटीसी को हुए वित्तीय नुकसान के कारण मुलाजिमों पर पुलिस केस दर्ज हुआ है, लेकिन फिर भी यूनियन के सदस्यों ने सात दिसंबर से काम छोड़कर हड़ताल करने की घोषणा की है।