डीसी दफ्तर कर्मियों का अचानक हड़ताल का फैसला, लोग परेशान, आज भी स्ट्राइक
राज्य के डीसी दफ्तर कर्मचारियों ने मांगें पूरी नहीं होने के चलते मंगलवार अचानक दो दिन की कलमछोड़ हड़ताल का ऐलान कर दिया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : राज्य के डीसी दफ्तर कर्मचारियों ने मांगें पूरी नहीं होने के चलते मंगलवार अचानक दो दिन की कलमछोड़ हड़ताल का ऐलान कर दिया। इसके चलते बुधवार को यहां पटियाला स्थित डीसी दफ्तर, एसडीएम दफ्तर, तहसील दफ्तर का क्लेरिकल स्टाफ ने कलमछोड़ हड़ताल की। इस दौरान स्टाफ ने दफ्तरी कामकाज को पूरी तरह से बंद रखा।
उधर, डीसी दफ्तर कर्मियों द्वारा अचानक से हड़ताल के लिए गए फैसले के कारण रुटीन में अपने काम करवाने दफ्तरों में आए लोगों को बैरंग लौटना पड़ा। लोगों को हड़ताल की जानकारी नहीं थी। गुस्से में आए लोगों का कहना था कि हड़ताल की जा रही है, इसकी जानकारी तो कम से कम लोगों को दी जानी चाहिए थी। उधर, डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन पटियाला का कहना है कि मंगलवार को भी दफ्तरों में कामकाज को पूर्ण तौर पर बंद रखा जाएगा। जिसके चलते यूनियन के प्रधान केसर सिंह ने लोगों को उन्हें सहयोग देने की अपील की। प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन का काम रहा जारी
डीसी दफ्तर के क्लेरिकल स्टाफ की हड़ताल के चलते कर्मचारियों ने दफ्तरी कामकाज नहीं किया। वहीं, सब रजिस्ट्रार दफ्तर में प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन करने का काम जारी रहा। बुधवार को दफ्तर में 50 से ज्यादा प्रापर्टियों की रजिस्ट्रेशन की गई। बता दें कि प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए पहले ही लोगों ने आनलाइन अपाइंटमेंट ले रखी थी। जिसके चलते सब रजिस्ट्रार दफ्तर को मजबूरन प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन करनी पड़ी। जानकार यह भी बताते है कि वीरवार को भी दफ्तर में रजिस्ट्रेशन का काम जारी रहेगा। हड़ताल के कारण ये काम रहे बंद
-डीसी, एडीसी, एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदार कीे कोर्ट का काम रहा बंद।
-एसडीएम दफ्तर की पेशी ब्रांच के अधिकारियों द्वारा पेशी अगले समय के लिए स्थगित की गई।
-डीसी दफ्तर की असलहा ब्रांच से संबंधित कामकाज।
-तहसील दफ्तर में जाति सर्टिफिकेट, पंजाब निवासी सर्टिफिकेट, आमदन सर्टिफिकेट बनाने का काम।
-डीसी दफ्तर के शिकायत ब्रांच का काम।
-जमीन की निशानदेही करवाने का काम।
-जमीन का इंतकाल करवाना। दफ्तर में पहुंचकर कर्मचारियों की हड़ताल का पता चला। कर्मचारियों को अगर हड़ताल करनी भी है तो पहले पब्लिक को जानकारी दें। ताकि आम जनता को कोई परेशानी न हो। पर यहां कोई सिस्टम नहीं है। प्रशासनिक अधिकारी भी कुंभकरनी नींद में सोए पड़े हैं।
मलकीत सिंह, निवासी धबलान प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि कर्मचारियों की हड़ताल के बारे में पब्लिक को जानकारी दे। जाति सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई किया था, आब्जेक्शन लगने के बारे में पता करने यहां तहसील दफ्तर में आया था। पर बिना काम करवाए ही लौटना पड़ा।
राम कुमार, निवासी गुरु नानक नगर