साइबर ठगी का शिकार बन रहे पटियालवी

साल में औसतन 1800 लोग बन रहे हैं साइबर ठगी की शिकार तीन साल का डाटा साल केस शिकायतें 2019 1800 2020 1850 2021 (जुलाई तक) 1300

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 04:48 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 04:48 AM (IST)
साइबर ठगी का शिकार बन रहे पटियालवी
साइबर ठगी का शिकार बन रहे पटियालवी

पटियाला : डिजीटल इंडिया के दौर में हर कोई आनलाइन हो रहा है। लेकिन अब भी कुछ लोग डिजीटल वर्किंग से अंजान हैं। इसी अंजाने में शाही शहर के औसतन 1800 लोग हर साल साइबर क्राइम की ठगी का शिकार हो रहे हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि साइबर क्राइम सेल के दो साल के आंकड़े बोल रहे हैं। ठगी का शिकार होने वालों का आंकड़ा घटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। इस साल अब तक साइबर क्राइम सेल के पास 1300 शिकायतें पहुंच चुकी हैं। साइबर क्राइम करने वाले नए नए तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसाने के बाद चंद मिनटों में ही उनके खाते से लाखों रुपये उड़ा देते हैं। ठगी के यह चार तरीके

- इंटरनेट पर पुरानी वस्तुएं बेचने वाली साइट्स पर फेक डिटेल्स देने के बाद महंगी व नई चीजें सस्ती देने का झांसा देकर एडवांस के तौर पर पैसे लेकर ठगते हैं। कई बार लोगों से कम कीमत वाली वस्तु की पूरी रकम लेकर फोन बंद कर देते हैैं आरोपित।

- इंटरनेट पर पुरानी चीजें बेचने के लिए सैनिक की फर्जी प्रोफाइल बनाकर तबादले के बहाने नया सामान सस्ता बेचने का लालच देकर ठगा जाता है।

- बैंक से जुड़ी सर्विस सर्विस जैसे कैशबैक, पालिसी, बैंक खाता, डेबिट व क्रेडिट कार्ड अपग्रेड के नाम पर ओटीपी मांगने के बाद खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं।

- साइबर क्राइम करने वाले अब फेसबुक के जरिए ठगी कर रहे हैं। यहां व्यक्ति को फ्रेंड बनाने के बाद उसकी प्रोफाइल से डिटेल्स व फोटो लेकर फेक आइडी बनाते हैं, उसके बाद असल आइडी वाले के दोस्तों की लिस्ट देख उन्हें फेक आइडी में फ्रेंड बनाते हैं। फ्रेंड बनते ही मैसेंजर में एमरजेंसी होने की बात कहकर पैसे ट्रांसफर करने का आग्रह कर फ्राड करते हैं। यूं बचें साइबर क्राइम से

- बैंक खातों के वैलेट का आसान के बजाय मुश्किल पासवर्ड लगाएं

- इंटरनेट पर एक्टिव लोग अक्सर आनलाइन पेमेंट व डिजिटल मनी इस्तेमाल करते हैं। ये लोग अज्ञात लोगों से मिले लिक क्लिक न करें।

- आनलाइन खरीदारी करने के लिए पासवर्ड व ओटीपी शेयर न करें।

- समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें और अज्ञात लोगों से पासवर्ड शेयर न करें।

- इनरनेट मीडिया पर बने अपने अकाउंट पर अज्ञात व्यक्ति को फ्रेंड न बनाएं।

- प्रीतपाल सिंह, इंचार्ज, साइबर क्राइम सेल लोगों को जागरूक करने को फेसबुक पेज बनाया

पटियाला पुलिस ने साइबर क्राइम रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने की मुहिम शुरू कर दी है। हाल ही में फेसबुक पेज बनाया है, जिसमें लोगों को साइबर क्राइम की ठगी का तरीका व इससे बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में वीडियो व मैसेज अपलोड किए गए हैं। ये है कानून

ओटीपी शेयर करने पर बैंक नहीं देता क्लेम

धोखाधड़ी होने पर तुरंत बैंक को सूचित करें और एटीएम कार्ड ब्लाक करावाते हुए नेट बैंकिग का पासवर्ड बदल लें। पुलिस की साइबर क्राइम सेल को तुरंत शिकायत देते हुए बैंक अधिकारियों से मिलें। डिजीटल बैंक फ्राड होने पर ग्राहक की गलती न होने पर बैंक तीन दिन में पैसा लौटा देता है। यदि ग्राहक ने खुद ओटीपी शेयर किया हो या लिक क्लिक किया हो तो बैंक जिम्मेदार नहीं होता।

रिपोर्ट : प्रेम वर्मा

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