कच्चे मुलाजिमों और मान-भत्ता वर्करों ने मंत्री ब्रह्म मोहिदरा के आवास की ओर किया मार्च
मान-भत्ता कचे/कांट्रैक्ट मुलाजिम मोर्चा से जुड़े सदस्यों ने कर्मचारियों को रेगुलर न करने और मिनिमम वेतन लागू न करने के रोष में बारादरी गार्डन में रोष रैली करके कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिदरा के निवास की तरफ रोष मार्च निकाला।
जागरण संवाददाता, पटियाला : मान-भत्ता, कच्चे/कांट्रैक्ट मुलाजिम मोर्चा से जुड़े सदस्यों ने कर्मचारियों को रेगुलर न करने और मिनिमम वेतन लागू न करने के रोष में बारादरी गार्डन में रोष रैली करके कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिदरा के निवास की तरफ रोष मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस ने बेरोजगारों को फव्वारा चौक पर रोक लिया। जहां बेरोजगारों ने करीब 20 मिनट तक पंजाब सरकार खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से प्रदर्शनकारियों को 18 अक्टूबर को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के प्रिसिपल सचिव हुसन लाल के साथ मीटिग संबंधी लिखित आश्वासन देकर प्रदर्शन समाप्त करवाया गया।
रविवार को मानभत्ता और कच्चे/कांट्रैक्ट मुलाजिम मोर्चे की तरफ से अमृतसर में उपमुख्य मंत्री ओपी सोनी, जालंधर में कैबिनेट मंत्री परगट सिंह, मुक्तसर में कैबिनेट मंत्री राजा वड़िग और पटियाला में कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिदरा के घरों की तरफ रोष मार्च का न्योता दिया गया था। जिसके तहत दोपहर करीब 12 बजे प्रदर्शनकारी बारादरी गार्डन पहुंचे, जहां दोपहर करीब दो बजे तक रैली करने के बाद फव्वारा चौक तक रोष मार्च निकाला। इस दौरान संबोधित करते हुए मोर्चा के नेताओं हरजीत कौर समराला, किरनजीत कौर मोहाली, परमजीत कौर पटियाला, पिकी रानी, प्रवीण शर्मा, रमेश कुमार और सतनाम सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार ने चाहे मुख्यमंत्री का चेहरा बदल लिया है, परंतु सरकार का चरित्र पहले वाला ही है। मुलाजिम नेताओं ने कहा कि पहले लगभग साढ़े चार साल कैप्टन अमरिदर सिंह और अब मुख्य मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी लोगों के बुनियादी मसले हल करने की बजाय मुख्यमंत्री की कुर्सी का आनंद ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार की तरफ से कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर न किया गया और मान भत्ता वर्करों पर कम से कम वेतन कानून लागू न किया गया तो 24 अक्टूबर को मुख्य मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के शहर मोरिडा में सूबा स्तरीय रैली करके उनके निवास का घेराव किया जायेगा। प्रदर्शन में शामिल 12 यूनियनें
प्रदर्शन में 12 यूनियनों के सदस्यों ने हिस्सा लिया। इनमें जंगलात वर्कर यूनियन, एनएचएम में काम करती स्टाफ नर्स, कांट्रैक्ट मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर, समग्गरा अधीन काम करते नान टीचिग स्टाफ, कस्तूरबा गांधी होस्टल के मुलाजिमों, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के आदर्श स्कूल मुलाजिमों, जल सप्लाई और सैनिटेशन विभाग में काम करते इनलिस्टमेंट और आउटसोर्स मुलाजिमों समेत समूह कच्चे, ठेका आधारित और आउटसोर्स मुलाजिमों को रेगुलर न करने और मानभत्ता अधीन काम करती मिड-डे-मील वर्कर, आशा वर्करों और फैसिलीटेटर शामिल हैं।