पांच साल से ब्लैक स्पाट ठीक नहीं किए न रोकी आवाजाही

शहर व आसपास के इलाकों में बने ब्लैक स्पाट की पहचान पुलिस व प्रशासन ने कर ली लेकिन पांच साल बाद भी इन्हें दुरुस्त नहीं कर पाए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 04:31 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 04:31 AM (IST)
पांच साल से ब्लैक स्पाट ठीक नहीं किए न रोकी आवाजाही
पांच साल से ब्लैक स्पाट ठीक नहीं किए न रोकी आवाजाही

प्रेम वर्मा. पटियाला : शहर व आसपास के इलाकों में बने ब्लैक स्पाट की पहचान पुलिस व प्रशासन ने कर ली, लेकिन पांच साल बाद भी इन्हें दुरुस्त नहीं कर पाए। कहीं ट्रैफिक सिग्नल की कमी है, तो कहीं पर रात को लाइट के इंतजाम नहीं हैं। कुछ जगह खतरनाक मोड़ हैं। इन सभी स्पाट की पहचान हो चुकी है, इसके बावजूद इन्हें दुरुस्त नहीं किया जा सका। राजपुरा रोड पर इकबाल इन होटल वाला चौक के पास रोज कालोनी वाला कट, मथुरा कालोनी रोड कट के अलावा अर्बन एस्टेट का रोड कट बंद किया गया था, लेकिन हादसों को रोकने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हो पाए। इन सभी चौक पर लोग रांग साइड से आवाजाही करने लगे हैं, जो हादसों का कारण बनता है। यह सब देखने के बाद ट्रैफिक पुलिस ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं।

शहर व इससे सटी रोड के ब्लैक स्पाट

शहर में बस स्टैंड चौक, तुंगनाथ मंदिर रोड कट, सरहंदी गेट लाइटों वाला चौक, लीला भवन से फव्वारा चौक जाने वाला रोड, राजिदरा अस्पताल से पसियाणा थाना तक का रोड, भादसों रोड, फव्वारा चौक, गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब व खंडा वाला चौक, आइआइटी चौक नाभा रोड, राजपुरा रोड अर्बन एस्टेट बाईपास चौक, राजपुरा रोड पुरानी चुंगी, बस स्टैंड चौक, डीएमडब्ल्यू पुल, गांव शेखुपुर संगरूर रोड व समाना टोल प्लाजा रोड शहर के ब्लैक स्पाट हैं।

इन कमियों के कारण बने ब्लैक स्पाट

बस स्टैंड पुल से आने वाली ट्रैफिक को आगे रेड सिग्नल चौक मिलता है, जहां पुल से आने वाले वाहन तेज रफ्तार के कारण अक्सर कंट्रोल खो देते हैं। सरहंदी गेट चौक से आने वाली ट्रैफिक को विकास कालोनी व राजपुरा रोड जाने के लिए सामने खराब सिग्नल की वजह से परेशान होना पड़ता है, जिस वजह से अन्य रोड की ट्रैफिक लगातार चलती रहने के कारण हादसे होते हैं। पुरानी चुंगी पर पुल तंग होने के कारण जाम लगने से पहले लोग तेज रफ्तार से जल्दी गुजरना चाहते हैं और रात के समय लाइट न होने पर अक्सर हादसाग्रस्त हो जाते हैं। इस रोड पर हर साल छह से दस मौतें होती है। अर्बन एस्टेट बाईपास चौक पर नेशनल हाईवे होने पर अक्सर लोग ट्रैफिक पुलिस न देख सिग्नल जंप करते हैं, जिस वजह से इस साल चौक पर पांच मौतें हो चुकी और 20 से अधिक लोग छोटे-बड़े हादसे में जख्मी हुए हैं।

सूचना बोर्ड की कमियां

तुंगनाथ मंदिर राजपुरा रोड पर सूचना बोर्ड न होने के कारण अक्सर बड़े व भारी व्हीकल अर्बन एस्टेट की तरफ मुड़ जाते हैं, जिन्हें आगे जाकर रास्ता नहीं मिल पाता। बड़े वाहनों के कारण अक्सर हादसे होते हैं। इसी तरह पंजाबी यूनिवर्सिटी पुल से होकर राजपुरा जाने व राजपुरा से आने वाली ट्रैफिक को बहादुरगढ़ पुलिस पर सूचना बोर्ड नहीं मिलते हैं। यही हालात अर्बन एस्टेट बाईपास से लेकर संगरूर रोड तक बने सदर्न बाईपास रोड पर हैं।

हर साल 100 से अधिक जानें लेती है ब्लाक स्पाट

ट्रैफिक पुलिस के सर्वे के अनुसार ब्लैक स्पाट पर होने वाली मौतों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है जबकि अचानक होने वाले हादसों का ग्राफ कम व ज्यादा हो रहा है। शहर में बने ब्लाक स्पाट हर साल 70 के करीब जिदगियां निगलती है जबकि जिले में यह आंकड़ा 100 के पार चला जाता है।

हर पहलु पर जागरूक करने की कोशिश की जा रही- डीएसपी

डीएसपी ट्रैफिक एआर शर्मा ने कहा कि सड़क हादसों को रोकने के लिए इस बार स्पेशल मुहिम चलाकर हर कमियों को दूर किया जा रहा है। हर साल वह सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाकर लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा ट्रैफिक एजूकेशन सैल पूरा साल ही हर पहलु पर लोगों को जागरूक कर रहा है।

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