भगवान श्री कृष्ण जी का ही स्वरूप है श्रीमद् भागवत : देवी प्रसाद
नाभा के प्राचीन श्री अठाहरां भुजा दुर्गा शिव मंदिर के प्रांगण में स्व बालक राम उनियाल व भुवनेश्वरी देवी उनियाल की याद में मंगलवार को श्रीमद् भागवत कथा महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ।
जेएनएन, नाभा-पटियाला : नाभा के प्राचीन श्री अठाहरां भुजा दुर्गा शिव मंदिर के प्रांगण में स्व बालक राम उनियाल व भुवनेश्वरी देवी उनियाल की याद में मंगलवार को श्रीमद् भागवत कथा महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ। इसमें ऋषिकेश से पधारे व्यास देवी प्रसाद शास्त्री ने श्रीमद् भागवत कथा श्रवण कराते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण में भगवान श्री कृष्ण जी स्वयं विराजमान है। सात दिन की इस कथा के केवल श्रवण मात्र से ही मानव व पित्रों को मोक्ष मिल जाता है। उन्होंने कहा कि आज का मनुष्य अपने घर परिवार को पालने के लिए दिन रात दौड़ धूप करने में व्यस्त है जबकि मनुष्य का जन्म केवल भगवान का सिमरन करके खुद व अपने पित्रों को मोक्ष प्राप्त करने के लिए हुआ है, इसलिए जहां कहीं भी श्रीमद् भागवत की कथा होती हो वहां समय निकालकर जरूर जाना चाहिए अन्यथा मानव चोले में आने का कोई महत्व नही रहता। मौके पर मंदिर कमेटी प्रधान दलीप अरोड़ा, संरक्षक प्रवीण मित्तल गोगी, सचिव प्रेम सागर, पंडित जमना प्रसाद, मोहित अरोड़ा, संजीव जिदल, गुलशन ढींगरा समेत उनियाल परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।