पुलिस थाने के बाहर सरेआम गुंडागर्दी कर गाड़ी तोड़ी, सात लोगों पर केस

अर्बन एस्टेट इलाके में बढ़ रहे क्राइम के ग्राफ का असर अब पुलिस थाने के बाहर तक पहुंच चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 05:23 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 05:23 PM (IST)
पुलिस थाने के बाहर सरेआम गुंडागर्दी 
कर गाड़ी तोड़ी, सात लोगों पर केस
पुलिस थाने के बाहर सरेआम गुंडागर्दी कर गाड़ी तोड़ी, सात लोगों पर केस

जागरण संवाददाता, पटियाला : अर्बन एस्टेट इलाके में बढ़ रहे क्राइम के ग्राफ का असर अब पुलिस थाने के बाहर तक पहुंच चुका है। हाल ही में अर्बन एस्टेट फेज दो इलाके में जूस बार मालिक को सरेआम चाकू मार दिया गया था। यह मामला अभी पुलिस ने सुलझाया भी नहीं था कि पुलिस थाने के बाहर दस से अधिक युवकों ने एक गाड़ी को तोड़ दिया। घटना उस समय हुई जब तीन अगस्त की रात को दो गुट किसी झगड़े के सिलसिले में समझौते के लिए पुलिस थाने बुलाए गए थे। गाड़ी तोड़ने वाले दिन भर दूसरे गुट पर हमला करने के लिए ग्रुप बनाकर हथियारों से लैस होकर पुलिस थाने के आसपास खड़े थे।

गाड़ी तोड़ने की घटना के बाद पुलिस ने गाड़ी मालिक जसवीर सिंह निवासी बहेड़ा रोड की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ केस तो दर्ज किया लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई। इस मामले में जसकरन सिंह निवासी गुरबख्श कालोनी, मानवीर सिंह निवासी सेवक कालोनी, विशेष चावला निवासी ज्ञान कालोनी, रोहन कुमार निवासी नजदीक बुड्ढा दल पब्लिक स्कूल, रचनीत चीमा निवासी विकास कालोनी, अभिषेक सहगल निवासी पुराना गड्डा खाना, साहिल चीमा निवासी अदालत बाजार व चार अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। इस केस में तीन युवकों को हिरासत में लिए जाने की सूचना है जबकि अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई। थाना अर्बन एस्टेट के इंचार्ज रौणी सिंह ने कहा कि फिलहाल अभी किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है, हो सकता है कि दोनों गुटों के बीच समझौता हो गया हो।

जसवीर सिंह के अनुसार उनकी मेडिकल शाप है। उनके बेटे पुशप्रीत सिंह के साथ मानवीर सिंह का झगड़ा हुआ था, जिस संबंध में तीन अगस्त को पुलिस थाने में बुलाया था। यहां पर दोनों गुटों के बीच समझौता हो गया था, बाहर आकर देखा तो दूसरे गुट के लोगों ने जसवीर सिंह की गाड़ी को बेसबाल बैट, हाकी व लोहे की राड से हमला कर पूरी तरह से तोड़ दिया था, यही नहीं गाड़ी में रखे बीस हजार रुपये भी निकाल लिए। पुषप्रीत सिंह ने विरोध किया तो उसे जान से मारने की धमकियां दी। इतना सब होने के बाद भी गेट का संतरी व अन्य मुलाजिम कुछ नहीं कर पाए और आरोपित मौके से फरार हो गए। दिन भर हथियार लेकर थाने के बाहर घूमते रहे आरोपित

पुशप्रीत सिंह ने बताया कि समझौते के लिए पहले पुलिस ने दोपहर के समय बुलाया था। थाने जाने से पहले पुशप्रीत सिंह ने अपने दोस्त को भेजा था, जिसने देखा कि थाने के आसपास व कुछ दूरी पर तेजधार हथियार लेकर आरोपित ग्रुप में खड़े थे। यह लोग उस पर जानलेवा हमला करने के लिए तैयारी करके आए थे, जिस वजह से उसने थाने जाना कैंसल कर दिया। रात को साढ़े नौ बजे पुलिस ने दबाव बनाकर उन लोगों को पुलिस थाने बुलाया तो अंदर जाते समय थाने के गेट पर आरोपितों ने उसकी टांगें तोड़ने की धमकी दी थी।

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