'विधायकों के पुत्रों के बजाय बेरोजगारों को मिले नौकरी'

राज्य सरकार द्वारा हाल ही में दो विधायक के पुत्रों को नौकरी देने से पहले बेरोजगार टीचरों को नौकरी दी जानी चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 07:40 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 07:40 PM (IST)
'विधायकों के पुत्रों के बजाय  बेरोजगारों को मिले नौकरी'
'विधायकों के पुत्रों के बजाय बेरोजगारों को मिले नौकरी'

जागरण संवाददाता, पटियाला : राज्य सरकार द्वारा हाल ही में दो विधायक के पुत्रों को नौकरी देने से पहले बेरोजगार टीचरों को नौकरी दी जानी चाहिए। एडवोकेट दीक्षित राज कपूर ने शनिवार को अपना बयान जारी करते हुए कहा कि सरकार की तरफ से विधानसभा चुनाव दौरान घर-घर नौकरी का वादा किया था, जो पूरा नहीं हो पाया है। अब काबिल और जरूरतमंदों की जगह विधायकों के पुत्रों को नौकरी देना पूरी तरह से गलत है। वकालत के साथ-साथ समाज सेवा करने वाले वकील कपूर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में नौकरी मांगने के लिए सीएम आवास की तरफ कूच करने वाले टीचरों पर पुलिस ने लाठियां बरसाई हैं, उन्हें मीटिग के लिए बुलाने के बाद लाठीचार्ज कर दिया गया था। मौजूदा सरकार ने अपने कार्यकाल में युवकों को नौकरी नहीं दी है, ऐसे में सरकार रोजगार के साधन बढ़ाए।

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