छह माह पड़ताल के बाद दर्ज पुलिस केस को आरोपित पक्ष ने किया चैलेंज
थाना सदर नाभा के तहत आते गांव इछेवाल में एक युवक को उसके ताया के बेटों व भतीजों द्वारा हमला करके उसके मुंह में जहरीली चीज डालने के मामले में छह महीने बाद दर्ज केस को आरोपित पक्ष ने चैलेंज कर दिया है।
जागरण संवाददाता, नाभा (पटियाला) : थाना सदर नाभा के तहत आते गांव इच्छेवाल में एक युवक को उसके ताया के बेटों व भतीजों द्वारा हमला करके उसके मुंह में जहरीली चीज डालने के मामले में छह महीने बाद दर्ज केस को आरोपित पक्ष ने चैलेंज कर दिया है। छह महीने तक चली पुलिस जांच को गलत बताते हुए आरोपित पक्ष ने दोबारा जांच की मांग की है, वहीं दूसरी तरफ शिकायतकर्ता दलबीर सिंह ने भी एसएसपी से इंसाफ मांगा है।
दलबीर सिंह ने आरोप लगाया कि छह महीने बाद आरोपितों ने दर्ज केस को अपनी सिफारिश व पुलिस को रिश्वत देकर कैंसिल करवाने के लिए इंक्वायरी लगवाई है जबकि पुलिस ने एफआइआर दर्ज करते समय मेडिकल रिपोर्ट व हर सुबूत को केस के साथ जोड़ा था। अब सिफारिश की आड़ में उन्हें इंसाफ लेने से रोकने का दबाव बनाया जा रहा है। पीड़ित दलबीर सिंह ने कहा कि उनकी शिकायत पर केस दर्ज होने पर आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई, अब इंक्वायरी लगवाने के बाद आरोपित उसे खुलेआम धमकियां दे रहे हैं। परिवार में वह अकेला कमाने वाला है और मारपीट के बाद से वह अपाहिज हो चुका है। उधर, इस संबंध में रोहटी पुल चौकी इंचार्ज एसआइ जग्गा सिंह ने कहा कि मामले की जांच अब डीएसपी के पास है क्योंकि आरोपितों ने इंक्वायरी मार्क करवा ली थी। इंक्वायरी लगने की वजह से वह गिरफ्तारी नहीं कर पाए हैं। ये था मामला
30 वर्षीय दलबीर निवासी गांव इच्छेवाल के अनुसार आरोपित गुलजार और बिक्कर सिंह उसके ताया के बेटे हैं। करीब बीघे जमीन को लेकर विवाद है और उक्त आरोपित उसकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। इस बात को लेकर वह विरोध करता था और आठ जून को सुबह साढ़े नौ बजे आरोपितों ने खेतों को जोत दिया। खेत जोतने का विरोध करने पर आरोपितों ने उस पर कस्सी से वार किया। नीचे गिरने के बाद सभी आरोपितों ने मिलकर उसे पकड़कर जहरीली वस्तु उसके मुंह में डाल दी ताकि वह इस घटना को आत्महत्या दिखा सकें। बेसुध हालत में ही दलबीर सिंह को उसके घर के बाहर फेंक दिया, परिवार वालों को बाद में पता चला कि उक्त लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने दलबीर के बयानों पर उसके ताया के बेटे गुलजार सिंह, बिक्कर सिंह, गुलजार के बेटे सिकंदर सिंह और बिक्कर के बेटे जसविदर निवासी इच्छेवाल के खिलाफ केस दर्ज किया था।