बारिश से राजिदरा लेक की सवा सौ साल पुरानी दीवार ढही
माल रोड स्थित ऐतिहासिक राजिदरा लेक पिछले दिनों से किसी न किसी विवाद में घिरी नजर आ रही है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : माल रोड स्थित ऐतिहासिक राजिदरा लेक पिछले दिनों से किसी न किसी विवाद में घिरी नजर आ रही है। मंगलवार को हुई बारिश के दौरान राजिदरा लेक (जहां महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित है), की दीवार ढह गई। जिसके चलते पीडब्ल्यूडी विभाग की कारगुजारी पर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि राजिदरा लेक सुंदरीकरण के प्रोजेक्ट में इस दीवार को शामिल नहीं किया गया। इसके चलते इस जगह की रेनोवेशन नहीं की गई है।
जानकारी के अनुसार राजिदरा लेक की जो दीवार ढही है, वह करीब सवा सौ साल पुरानी बताई जा रही है। पिछले लंबे समय से पीडब्ल्यूडी विभाग राजिदरा लेक के सुंदरीकरण के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, पर इस प्रोजेक्ट में लेक की इस दीवार को शामिल नहीं किया गया। पिछले समय में राजिदरा लेक की सफाई न होने से मछलियों के मरने का मामला सामने आया था। उस दिन के बाद से विभाग रोजाना फव्वारे चला रहा है ताकि पानी में मछलियों को आक्सीजन मिलती रहे। इसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों पर बिना इजाजत करीब पांच लाख रुपये का कार्य करने का मामला सामने आया है। इसके चलते केंद्र की टीम ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से जवाबतलबी करके कार्य से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। हालांकि विभाग के अधिकारियों ने अब तक टीम के पास दस्तावेज जमा नहीं करवाए। यह दीवार करीब सवा सौ साल पुरानी और ऐतिहासिक है। इसके चलते इस दीवार को छेड़ा तक नहीं गया। पिछले लंबे समय से जैसे दीवार थी, उसी तरह से खड़ी थी। मंगलवार को हुई बारिश के बाद यह दीवार ढह गई। अब इस दीवार को ठीक करवाया जा रहा है इसके अलावा भी अगर किसी और जगह यह समस्या आती दिखी, तो उसे भी ठीक करवाया जाएगा।
सोहन लाल गर्ग, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी विभाग