किसानों की चिंता.. बमियाल और फरवाल को छोड़ कर सबी अनाज मंडियां कच्ची, गेहूं को नुकसान पहुंचाएगी नमी
सीमावर्ती क्षेत्र बमियाल एवं नरोट जैमल सिंह क्षेत्र की अनाज मंडियों में शुक्रवार रात्रि एवं शनिवार सुबह हुई हलकी बारिश के कारण खुले आसमान के नीचे पड़ी गेहूं की फसल भीग गई। हालांकि इससे फसल को अधिक नुकसान नहीं हुआ है।
संवाद सहयोगी, बमियाल : सीमावर्ती क्षेत्र बमियाल एवं नरोट जैमल सिंह क्षेत्र की अनाज मंडियों में शुक्रवार रात्रि एवं शनिवार सुबह हुई हलकी बारिश के कारण खुले आसमान के नीचे पड़ी गेहूं की फसल भीग गई। हालांकि इससे फसल को अधिक नुकसान नहीं हुआ है। इसका कारण यह रहा कि अभी तक नाममात्र ही गेहूं की फसल मंडियों में पहुंची है। वहीं जो फसल भीगी है उसका मुख्य कारण समय पर बारदाना उपलब्ध न होना है।
किसान मनजीत सिंह, पवन कुमार, बिट्टू ठाकुर व राजेश कुमार इत्यादि किसानों ने कहा कि बमियाल और फरवाल की अनाज मंडी को छोड़कर बाकी सभी अनाज मंडियां कच्ची हैं। इस कारण जब भी बारिश होती है तो मंडियों में जमा हो जाता है और काफी नुकसान हो जाता है। सरकार एवं प्रशासन को नरोट जैमल सिंह क्षेत्र में पक्की मंडी की व्यवस्था करनी चाहिए। बदलते मौसम के कारण किसान चिंता में
मौसम विभाग के मुताबिक 17 से 21 अप्रैल तक मौसम के खराब रहने का अनुमान लगाया गया है। इसके चलते किसानों के चेहरे पर चिता की लकीरें आने लगी हैं। मौसम के बिगड़ते मिजाज से किसान चितित होते हैं और उन्हें अपनी फसल के खराब होने का डर भी सता रहा है। वहीं सीमावर्ती क्षेत्र में शुक्रवार तक करीब 2200 क्विटल गेहूं की फसल मंडियों में पहुंची थी। करीब साढे 700 क्विटल की खरीद पनसप की ओर से की गई थी। शुक्रवार रात्रि और शनिवार सुबह हुई हल्की बारिश के उपरांत आढ़तियों द्वारा तिरपाल की व्यवस्था कर मंडी में पहुंची फसल को बारिश से बचाने का प्रयास किया गया।