एसडीएम को सौंपा मांगपत्र

पिछले एक सप्ताह से मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे अरनी विश्वविद्यालय का स्टाफ ने एसडीएम इंदौरा गौरव महाजन को मांगपत्र सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 10:15 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 10:15 PM (IST)
एसडीएम को सौंपा मांगपत्र
एसडीएम को सौंपा मांगपत्र

संवाद सहयोगी, डमटाल

पिछले एक सप्ताह से मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे अरनी विश्वविद्यालय का स्टाफ ने एसडीएम इंदौरा गौरव महाजन को मांगपत्र सौंपा। इस दौरान स्टाफ सदस्यों ने कहा कि एक सप्ताह से कर्मचारी हड़ताल पर हैं लेकिन न ही उनकी सुनवाई हुई है और न ही मैनेजमेंट के किसी अधिकारी ने उनसे बात करने की जहमत उठाई है। उन्होंने बताया कि यदि हमारी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वह 21 जनवरी को इन्दौरा-पठानकोट रोड़ स्थित बैरियर चौक पर शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करेंगे। जब तक उनकी मांगों को माना नहीं जाता तब तक वहीं धरने पर बैठे रहेंगे। कर्मचारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय के आला अधिकारियों द्वारा स्टाफ को एफिडेविट पर लिख कर दिया था कि 31 दिसंबर तक स्टाफ की सभी मांगे मान ली जाएंगी किन्तु इस पर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लायी गई। ज्ञापन देने के दौरान ही एसडीएम गौरव महाजन ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से फोन पर बात की व समस्त स्टाफ की मांगों को जल्द पूरा करने के लिए कहा व ऐफिडेविट पर गौर न करने पर भी संज्ञान लेते हुए विश्वविद्यालय के आला अधिकारियों को ऐफिडेविट पर लिख कर वादा करके पूरा न करने के लिए कानूनी कार्यवाही अमल में लाने के लिए भी चेताया। इस संबंधी एचपीपीईआरसी व हायर एजुकेशन से बात करके इस मामले के निपटारे का आश्वासन दिया। ज्ञात रहे कि अरनी विश्वविद्यालय को पेंटा ग्रुप ने हायर किया है इससे पहले वाली मैनजमेंट के सामने भी समस्त स्टाफ द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था ¨कतु पेंटा ग्रुप द्वारा संचालन सम्भालने पर समस्त स्टाफ की तीन महीने की तनख्वाह दे दी गई थी। वहीं यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर एसएन कुलकर्णी ने कहा कि पेंटा ग्रुप द्वारा अरनी विश्वविद्यालय का संचालन कुछ महीने पहले ही अपने हाथों में लिया है उस समय सम्पूर्ण स्टाफ के वेतन का कुल तीन करोड़ बकाया था जिसमे से दो करोड़ का भुगतान तुरंत कर दिया गया था। बाकी बकाया राशि इस महीने के अंत तक दे दी जाएगी। इस संबंधी उन्होंने हिमाचल सरकार से 31 जनवरी तक बकाया राशि के भुगतान का समय मांगा है।

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