साक्षात्कार: चार गांवों में बन चुके, अब दो और गांवों स्थापित किए जाएंगे सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट

ब्लाक के कुल 53 गांवों में से चार बड़े गांवों में प्लांट बनाकर इसकी शुरुआत कर दी है। आने वाले महीनों में शेष रहते बाकी गांवों में भी एक-एक कर काम करवाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 05:57 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 05:57 AM (IST)
साक्षात्कार: चार गांवों में बन चुके, अब दो और गांवों स्थापित किए जाएंगे सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट
साक्षात्कार: चार गांवों में बन चुके, अब दो और गांवों स्थापित किए जाएंगे सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट

जागरण संवाददाता, पठानकोट: शहरों की भांति ब्लाक पठानकोट के अधीन आते गांवों में भी कूड़े के स्थायी समाधान को लेकर सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। ब्लाक के कुल 53 गांवों में से चार बड़े गांवों में प्लांट बनाकर इसकी शुरुआत कर दी है। आने वाले महीनों में शेष रहते बाकी गांवों में भी एक-एक कर काम करवाया जाएगा। यह कहना है कि पठानकोट ब्लाक के बीडीपीओ हरप्रीत सिंह का। दैनिक जागरण के साथ विशेष भेंटवार्ता में बीडीपीओ हरप्रीत सिंह ने राज्य सरकार द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यो के अलावा तैयार की गई योजनाओं पर बात की। प्रश्न- ब्लाक के किन गांवों में सालिड वेस्ट प्लांट मैनेजमेंट बनाए गए हैं?

उत्तर- ब्लाक के मनवाल, घियाला, सुलतानपुर व अनेड़ सहित कुल चार गांवों में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाए गए हैं। उक्त सभी गांवों से रोजाना करीब 70 किलो कूड़ा निकलता था। जिसका स्थायी समाधान न होने के कारण परेशानियां आ रही थीं। प्लांट बनने के बाद इन गांवों में कूड़े को लेकर आ रही परेशानियों का समाधान हो गया है।

प्रश्न- आने वाले दिनों में किन गांवों में बनाए जाने हैं प्लांट?

उत्तर- विभाग द्वारा नंगल व सुंदरचक्क गांव में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाया जाएगा। इसके लिए पंचायत की दो-दो कनाल जमीन एक्वायर की गई है। इसके बाद धीरे-धीरे ब्लाक के सभी गांवों में प्लांट बनाकर लोगों को शहरों की भांति सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

प्रश्न- गांवों में पानी की निकासी को लेकर क्या कार्य किए जा रहे हैं?

उत्तर- मनरेगा के तहत ब्लाक के अधीन आते गांवों में छप्पड़ों की साफ-सफाई करवाई जा रही है। अधिकतर गांवों के छप्पड़ साफ करवा दिए गए हैं। शेष रहते छप्पड़ों का काम भी जल्द करवा लिया जाएगा। छप्पड़ों को साफ करवाने से जहां गांव का गंदा पानी इसमें डालकर निकासी करवाई जा रही है, वहीं इसका सबसे बड़ा फायदा गांव का ग्राउंड वाटर लेवल डाउन नहीं होता। छप्पड़ गांव का ग्राउंड वाटर लेवल बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।

प्रश्न- ब्लाक के कितने गांवों में खेल स्टेडियम की सुविधा है और आगे किस-किस गांव में बनाए जाने हैं?

उत्तर- ब्लाक के अधीन आते गांव सुंदरचक्क व गुड़ा में खेल स्टेडियम का निर्माण करवाया गया है। उक्त दोनों खेल स्टेडियमों में खिलाड़ी सुबह-शाम खेलने के अलावा कसरत व व्यायाम करके अपने आप को फिट कर रहे हैं। नए खेल स्टेडियम बनाने को लेकर अभी कोई योजना तैयार नहीं की गई, लेकिन आने वाले दिनों में पठानकोट व भोआ के विधायक के समक्ष इस मसले पर सरकार से विशेष ग्रांट जारी करवाने संबंधी चर्चा की जाएगी ताकि ब्लाक में नए खेल स्टेडियम बनाए जा सकें। प्रश्न. विकास को लेकर आगे क्या योजना है ?

उत्तर-अगले महीने से जीपीडीपी (ग्रामीण पंचायत डेवलपमेंट प्लानिग) के तहत 1.50 करोड़ से विकास कार्य करवाए जाएंगे, जिसमें गलियां-नालियां तथा जो जरूरी कार्य हैं उन्हें पहल के आधार पर करवाया जाएगा। ग्राम पंचायतें उक्त कार्यो के प्रस्ताव उन्हें भेजेंगी। उसी के आधार पर सरकार से फंड मांगा जाएगा और फिर गांवों को वितरित किया जाएगा।

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