मकड़जाल बनती जा रही ट्रैफिक समस्या, बाजारों में हाल-बेहाल, नो एंट्री एरिया में भी घुस रहे चौपहिया वाहन

ट्रैफिक पुलिस प्रभारी सब इंस्पेक्टर नछत्तर सिंह ने कहा किशनिवार से कोई भी चौपहिया डाकखाना चौक से वाल्मीकि और वाल्मीकि चौक से डाकखाना चौक सड़क पर प्रवेश नहीं कर सकेगा। अगर ऐसा हुआ तो चालान होगा। शनिवार को उन्हें दस अतिरिक्त कर्मचारी मिलेंगे जिन्हें मुख्य बाजारों में तैनात करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 06:02 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 06:02 AM (IST)
मकड़जाल बनती जा रही ट्रैफिक समस्या, बाजारों में हाल-बेहाल, नो एंट्री एरिया में भी घुस रहे चौपहिया वाहन
मकड़जाल बनती जा रही ट्रैफिक समस्या, बाजारों में हाल-बेहाल, नो एंट्री एरिया में भी घुस रहे चौपहिया वाहन

जागरण संवाददाता, पठानकोट: त्योहारी सीजन शुरू होते ही शहर में ट्रैफिक व्यवस्था का हाल-बेहाल हो गया है। सुबह और रात को छोड़ कर दिनभर शहर के सभी बाजारों में हर आधे घंटे बाद ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो रही है। जाम के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के चलते बाजारों में लोग शारीरिक दूरी को बरकरार नहीं रख पा रहे हैं। ट्रैफिक जाम के पीछे मुख्य कारण नो एंट्री जोन में भी चौपहिया वाहनों का प्रवेश होना है। इसके बारे में ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी जानते हैं परंतु वह इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं। यही स्थिति रही तो दिवाली तक लोगों को खरीदारी करते वक्त भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

जागरण प्रतिनिधि ने शुक्रवार को शहर के विभिन्न इलाकों का दौरा किया तो देखा कि हरेक एरिया में एक वाहन के खड़े होते ही पीछे वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लगना शुरू हो जाती हैं। शहर के पोस्ट आफिस चौक, माडल टाऊन, डलहौजी रोड, गांधी चौक, बस स्टैंड और शाहपुर चौक में भी दुकानों पर खरीदारी करने जाने वालों के लिए वाहन पार्क करने के लिए कोई जगह नहीं है। लोग सड़क के किनारे ही वाहन खड़े करने को मजबूर हैं, जो कि ट्रैफिक जाम का कारण बन रहे थे। 15 से अधिक चौकों में दिनभर रहता है ट्रैफिक

शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात पाने के लिए जिला प्रशासन तथा पुलिस की ओर से पिछले लंबे समय से काम किया जा रहा है, लेकिन अभी तक इसका कोई स्थायी हल नहीं निकल पाया है। शहर में पंद्रह के करीब ऐसे प्वाइंट हैं, जहां दिन भर ट्रैफिक की समस्या बनी रहती है। इसमें शहर का शाहपुर चौक, पटेल चौक, गाड़ी अहाता चौक, सलारिया चौक, वाल्मीकि चौक, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के बाहर, माडल टाऊन, पीर बाबा चौक सहित शहर के स्कूल एवं कालेज के बाहर ऐसे स्थान हैं, जहां दिनभर ट्रैफिक की समस्या रहती है। इन सभी प्वाइंट्स पर ट्रैफिक को सुचारू बनाने की ड्यूटी का जिम्मा भी मात्र 32 के करीब मुलाजिमों के कंधों पर रहता है। ये संख्या शहर की आबादी के लिहाज से काफी कम है। शहर के तीन रेलवे फाटक समस्या का सबसे बड़ा कारण

शहर में यातायात अव्यवस्थित होने के तीन बड़े कारण शहर के तीन रेलवे फाटकों का दिन में बार-बार बंद होना। दूसरा कारण रेहड़ी तथा कुछेक दुकानदारों की ओर से सड़कों पर अतिक्रमण करना है। तीसरा बड़ा कारण पार्किंग स्थल न होना है। बता दें कि ये फाटक दिन में 14 बार बंद होते हैं। हालांकि, अभी ट्रेनों का संचालन कम होने के कारण यह छह बार ही बंद हो रहे हैं, लेकिन बहुत जल्द सारी गाड़ियां शुरू होने के बाद समस्या और विकराल रूप लेगी। दस अतिरिक्त कर्मचारी नो एंट्री जोन पर तैनात किए जाएंगे

उधर, इस संबंधी ट्रैफिक पुलिस प्रभारी सब इंस्पेक्टर नछत्तर सिंह ने कहा कि समस्या उनके ध्यान में आ गई है। शनिवार से कोई भी चौपहिया डाकखाना चौक से वाल्मीकि और वाल्मीकि चौक से डाकखाना चौक सड़क पर प्रवेश नहीं कर सकेगा। अगर कोई पाया गया तो उसका चालान काटा जाएगा। समस्या को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है। इसके बाद शनिवार को उन्हें दस अतिरिक्त कर्मचारी मिलेंगे जिन्हें मुख्य बाजारों में तैनात कर ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारा जाएगा।

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