बिजली कट ने कडे वट्ट, गर्मी ने किया बेहाल

गर्मी में बिजली की मांग बढ़ते ही पावरकाम ने हाथ खड़े कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Jun 2021 05:00 PM (IST) Updated:Wed, 30 Jun 2021 05:00 PM (IST)
बिजली कट ने कडे वट्ट, गर्मी ने किया बेहाल
बिजली कट ने कडे वट्ट, गर्मी ने किया बेहाल

जागरण संवाददाता, पठानकोट: गर्मी में बिजली की मांग बढ़ते ही पावरकाम ने हाथ खड़े कर दिए हैं। स्थिति यहां तक हो गई है कि पावरकाम ने ए कैटेगरी वाले शहरों में भी बिजली कटों में बढ़ोतरी कर दी है और लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। मंगलवार को जहां पावरकाम ने पठानकोट में डेढ़ घंटे का कट लगाया था, वहीं बुधवार को साढ़े तीन घंटे का कट लगाया। बिजली कट लगने के कारण यहां शहर के कारोबारियों को आर्थिक तौर पर नुकसान उठाना पड़ा, वहीं लोगों को भी चिलचिलाती गर्मी में सारी दोपहर बितानी पड़ी।

बिजली न होने के कारण शहर के अधिकतर एरिया में लोगों को दोपहर के वक्त पानी की सप्लाई भी नहीं मिली। शाम को बिजली आने के बाद अधिक समय तक ट्यूबवेल चलाकर लोगों को पानी की सप्लाई मुहैया करवाई गई।

पहले कोरोना और अब बिजली कट से हुआ बुरा हाल

स्थानीय दुकानदार भारत महाजन, मनमोहन काला, अभिषेक महाजन, मनमहेश बिल्ला, प्रवीण महाजन,प्रबोध चंद्र, साहिल शर्मा आदि ने बताया कि पहले कोरोना की वजह से कारोबार का हाल-बेहाल है। अब थोड़ी सी राहत मिली तो बिजली कट ने बुरा हाल कर दिया। मंगलवार को तो डेढ़ घंटा कट लगाया गया था परंतु बुधवार को तो साढ़े तीन घंटे कट लगने के कारण धंधा चौपट होकर रह गया। प्रदेश सरकार पर तंज कस्ते हुए दुकानदारों ने कहा कि एक तरफ तो वह लोगों को चौबीस घंटा बिजली देने की बात करती है परंतु थोड़ा सा दबाब क्या बढ़ा सरकार ने तो शहरों में भी लंबे-लंबे कट लगाना शुरू कर दिए।

पखिया जूला कर किया समय पास

निकटवर्ती भरोली कलां निवासी साहिल कुमार व रोहित ने बताया कि बताया कि ग्रामीण एरिया में तो पहले से ही बिजली कटों से लोगों बेहाल है। रही सही कसर अब पटियाला मुख्यालय ने आदेश जारी करके पूरी कर दी है। बिजली कट लगते ही पानी की सप्लाई बंद हो जाती है जिस कारण सारे कार्य प्रभावित होकर रह जाते हैं। आज दिन भर बिजली न होने कारण लोगों को हाथ वाली पंखियों से गुजारा करना पड़ा।

अधिकतम क्षमता पर पहुंच गया है लोड

शहर को बिजली सप्लाई करने वाला 132 केवी सब स्टेशन अपनी पूरी क्षमता पर चल रहा है। सब स्टेशन के कर्मचारियों का कहना है कि टी-1, टी-2 की क्षमता 20 मैगावाट है जो पिछले एक सप्ताह से 15 मैगावाट के उपर चल रहा है। 15 से उपर हो जाने की वजह से स्थानीय स्तर पर बिजली सप्लाई रोक कर चलानी पड़ रही है। कर्मचारियों का कहना है कि पिछले आठ दिनों में पठनकोट ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में बिजली की डिमांड दो गुणा बढ़ गई है, जिसके चलते विभाग को प्रदेश स्तर पर बिजली कट लगाने पड़ रहे हैं। अगर यही हाल रहा तो शहरों में बिजली कट के समय में बढ़ौतरी होना लाजमी है। ग्रामीण एरिया में तो स्थिति और खराब होगी। बिजली कट के पीछे विभागीय अधिकारी पैडी सीजन में किसानों को आठ घंटा बिजली सप्लाई भी यकीनी देनी है। शहर के इन एरिया में नहीं हो पाई पानी की सप्लाई

पठानकोट नगर निगम के जूनियर इंजीनियर ब्राह्मण दत्त ने बताया कि मिशन रोड, लमीनी, प्रताप नगर, बाबियां मोहल्ला, मीरपुर कालोनी, माडल टाउन, सुंदर नगर एरिया में लाइट न होने के कारण दोपहर के वक्त पानी की सप्लाई नहीं हो पाई। कहा कि लाइट न होने के कारण टैंकरों को भी नहीं भेजा जा सकता था। कारण, पानी होगा तो टैंकरों को भेजा जाएगा। इसलिए, शाम को लाइट आने के बाद उक्त एरिया में लोगों को अधिक देर तक टयूबवेल चलाकर पानी की सप्लाई मुहैया करवाई गई।

एक सप्ताह से 90 फीसद लोड पर चल रहा सब स्टेशन

उधर, इस संदर्भ में जब 132केवी सब स्टेशन के आन ड्यूटी अधिकारी से बात की तो उनका कहना था कि पटियाला मुख्यालय से जारी आदेशानुसार बुधवार सुबह 11:58 से लेकर दोपहर 3:30 बजे पावर कट लगाया था। उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह के दौरान रात को सब स्टेशन 85 से 90 फीसद लोड पर चल रहा है। इससे अधिक होने पर विभाग को बिजली सप्लाई रोक-रोक कर चलानी पड़ती है। प्रदेश स्तर पर भी बिजली की पिछले दस दिनों में डिमांड बीस से पच्चीस फीसद बढ़ने के कारण ए क्लस कैटेगरी वाले शहरों में भी बिजली कटों का शेड्यूल जारी किया गया है।

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