कारगिल युद्ध के दौरान 13 जम्मू कश्मीर राइफल्स के कमांडिग अफसर थे जोशी
बता दें कि वाईके जोशी कारगिल युद्ध के दौरान 13 जम्मू कश्मीर राइफल्स के कमांडिग आफिसर थे। 13 जैक राइफल्स की ओर से कारगिल युद्ध में दुश्मन सेना पर चार बड़े हमले किए गए थे और उनमें जीत हासिल की थी।
जागरण संवाददाता, पठानकोट: शनिवार को मामून मिलिट्री स्टेशन में आयोजित पूर्व सैनिकों की रैली में उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल यागेश कुमार जोशी ने कारगिल की यादें ताजा कीं। सेना द्वारा एक परंपरा के तहत पूर्व सैनिकों की रैली आयोजित कर उनका हाल-चाल जानाजाता है, व किसी तरह की दिक्कतें होने पर उन्हें सुना जाता है और हल भी किया जाता है।
शनिवार को आयोजित रैली में जैक राइफल्स के पूर्व सैनिकों को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब से बुलाया गया था। रैली में करीब 300 पूर्व सैनिक शामिल हुए। इनमें 13 जम्मू कश्मीर राइफल्स के पूर्व सैनिक अधिकतर संख्या में शामिल थे। रैली के दौरान उत्तरी कमांडर वाईके जोशी 13 जम्मू-कश्मीर राइफल्स के पूर्व सैनिकों से मिलकर पुरानी यादों में खो गए।
बता दें कि वाईके जोशी कारगिल युद्ध के दौरान 13 जम्मू कश्मीर राइफल्स के कमांडिग आफिसर थे। 13 जैक राइफल्स की ओर से कारगिल युद्ध में दुश्मन सेना पर चार बड़े हमले किए गए थे और उनमें जीत हासिल की थी। इनमें सबसे अहम हमला प्वाइंट 4875 पर आ पहुंचे पाकिस्तानी सेना की टुकड़ी पर किया गया था। इस प्वाइंट को अब बत्रा टाप के नाम से भी जाना जाता है। उल्लेखनीय है कि इसी प्वाइंट पर कैप्टन बिक्रम बत्रा ने दुश्मन सेना को शिकस्त देने के दौरान देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। बिक्रम बत्रा के अलावा 13 जम्मू कश्मीर राइफल्स के राइफल मैन संजय कुमार को भी परमवीर चक्र का सम्मान हासिल हुआ था। 13 जम्मू कश्मीर राइफल्स को कारगिल युद्ध में दो परमवीर चक्र से सम्मानित किए जाने के साथ ही आठ वीर चक्र और 14 सेना मेडल से भी सम्मानित किया गया था।
रैली के दौरान कारगिल की यादों को ताजा करने के साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल योगेश कुमार जोशी ने पूर्व सैनिकों का हालचाल भी जाना और उनको पेश आने वाली मुश्किलों के बारे में पूछा तथा सेना की ओर से हर तरह की मदद का भरोसा भी दिलाया।