डेंगू केस 300 पार, 24 नए मामले

डेंगू के मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या ने सेहत विभाग के लिए परेशानियां पैदा कर दी है। सिविल अस्पताल में बनाया गया डेंगू वार्ड पूरी तरह से पैक हो चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 10:59 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 10:59 PM (IST)
डेंगू केस 300 पार, 24 नए मामले
डेंगू केस 300 पार, 24 नए मामले

जागरण संवाददाता, पठानकोट: पहले कोरोना के चलते लोगों में दहशत थी और अब डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों के कारण लोग परेशान हैं। बात पिछले एक सप्ताह में 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।सोमवार को भी सेहत विभाग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में 24 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है, इसमें से 23 मामले शहर से संबंधित थे जबकि, एक केस सुजानपुर में पाया गया। वहीं सोमवार की रिपोर्ट के साथ डेंगू जिले में तीसरा शतक लगा गया है। डेंगू के मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या ने सेहत विभाग के लिए परेशानियां पैदा कर दी है। सिविल अस्पताल में बनाया गया डेंगू वार्ड पूरी तरह से पैक हो चुका है। ऐसे में सेहत विभाग के लिए यह परेशानियां पैदा हो रही हैं कि अगर इस पर कंट्रोल न किया गया तो वार्ड में लोगों को दाखिल करने की जगह तक नहीं बचेगी।

उधर, इस संदर्भ में निगम की हेल्थ ब्रांच इंचार्ज डा. एनके सिंह ने कहा कि वर्तमान में पांच मशीनों से शहर में फागिग करवाई जा रही है। विगत माह खरीदी गई पांच नई मशीनों की तकनीक तो बढि़या है लेकिन, उसकी डीजल की खप्त ज्यादा हो रही है। इस कारण इसे कंपनी को दोबारा वापस किया जाएगा। निगम गलियों-नालियों व खुली जगहों पर फागिग करवा रहा है लेकिन, देखने में आया है कि लोगों की घरों की छतों पर व पुराने सामान व गमलों में बरसाती पानी जमा होने के कारण लारवा पैदा हो रहा है। इसी कारण, शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जब तक लोग खुद इस बात को लेकर जागरुक नहीं होंगे तक तक डेंगू पर कंट्रोल कर पाना मुश्किल है।

कोरोना के तीन नए मामले, एक हुआ स्वस्थ

सेहत विभाग द्वारा सोमवार की देर शाम जारी की गई रिपोर्ट राहत भरी ही रही। जारी की गई रिपोर्ट में तीन लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई, जबकि एक व्यक्ति ने रिकवर भी किया है। जिले में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 37 है। बेशक कोरोना मरीजों का आंकड़ा नियंत्रण में है, बावजूद इसे सेहत विभग हलके में नहीं ले रहा। सीएमओ डाक्टर हरविद्र सिंह का कहना है कि इसी प्रकार आगे भी यदि हम सजग रहे तो वायरस को समय से पहले बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। इसलिए, जब तक वायरस खत्म नहीं हो जाता तब तक मूंह पर मास्क, सोशल डिस्टेसिग और वैक्सीन करवाना बिलकुल भी भूलना नहीं है।

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