प्रभु अकाल पुरख केनाम का सिमरन करना ही मनुष्य जीवन का असली लक्ष्य : सुखराज सिंह
गुरुद्वारा श्री बारठ साहिब के हेड ग्रंथी भाई सुखराज सिंह ने कहा कि मनुष्य जीवन का असली लक्ष्य प्रभु अकाल पुरख का नाम सिमरन करना है। इसके बाद भाई प्रगट सिंह और भाई प्रेम सिंह के रागी जत्थे ने कीर्तन कर संगत को निहाल किया।
संवाद सहयोगी, पठानकोट: सरबत खालसा संस्था की ओर से संस्था के मुख्य प्रबंधक जत्थेदार गुरदीप सिंह गुलाटी की देखरेख में गुरुद्वारा श्री गुरु गोबिद सिंह नगर में साप्ताहिक गुरमति समागम का आयोजन करवाया गा। गुरुद्वारा श्री बारठ साहिब के हेड ग्रंथी भाई सुखराज सिंह ने कहा कि मनुष्य जीवन का असली लक्ष्य प्रभु अकाल पुरख का नाम सिमरन करना है। इसके बाद भाई प्रगट सिंह और भाई प्रेम सिंह के रागी जत्थे ने कीर्तन कर संगत को निहाल किया।
अंत में गुरु साहिब का लंगर अटूट वितरित किया गया। इस मौके पर मास्टर चननण सिंह, जत्थेदार कुलवंत सिंह संधू, जनक सिंह अध्यक्ष, हरभजन सिंह, हरबीर सिंह निहंग, सुखबीर कौर, गुरशरण सिंह, परमजीत सिंह, गुलजार सिंह, सुच्चा सिंह गोराया, डा. बलबीर सिंह, किशन सिंह, हरदीप सिंह, गुरदयाल सिंह कलेर, सुरजीत सिंह, गुरमीत सिंह, कमलजीत सिह, सुरिदर सिंह अध्यक्ष गुरुद्वारा दमदमा साहिब, कमलजीत सिंह खालसा, कुलदीप सिंह खालसा, दविदर सिंह बाबा, सेवा सिंह खालसा, सन्नी सिंह, पवन कुमार, जत्थेदारनी रंजीत कौर, निर्मलजीत कौर खालसा, बलविदर कौर, पुष्पिदर कौर, जसविदर कौर, परमजीत कौर, दविदर कौर, तजिन्द्र कौर, बलवंत कौर, कुलवंत कौर, राजविदर कौर, लवली कौर, हरबंस कौर, सुरजीत कौर, बलदेव और इत्यादि उपस्थित थे।