स्वार्थ में नहीं परहित में लगाएं शक्ति : साध्वी पूजा
मनुष्य को अपनी शक्ति को स्वार्थ में नहीं बल्कि परहित में लगाना चाहिए।
संवाद सहयोगी, घरोटा
मनुष्य को अपनी शक्ति को स्वार्थ में नहीं बल्कि परहित में लगाना चाहिए। यह विचार साध्वी पूजा बहन ने व्यक्त की। वह गांव चक्क गोटा बापू आश्रम में श्री योग वेदांत सेवा समिति की ओर से आयोजित एक दिवसीय सत्संग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। साध्वी पूजा बहन ने सनातन धर्म, संस्कृति, ग्रंथों, ¨हदु संतों, मूल्यों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आदमी जैसा सोचता है वैसी ही आभा उसके शरीर के इर्द गिर्द बनती है। मनुष्य जैसा विचार करता है तो वैसी ही आभा बनती है। आपकी आभा सुंदर और सुहावनी है तो उसी प्रकार की आभा और विचार आपकी और खींचे चले आते है। इसलिए अपने विचारों को सुंदर व स्वच्छ रखें। साध्वी पूजा बहन ने माता पिता की सेवा को करने के अतिरिक्त कहा कि एक प्रीति दूसरी प्राप्ति होती है। प्राप्ति परमात्मा की होती है। प्रीति माया से होती है। प्रीति के बिना प्राप्ति टिक नहीं सकती। लेकिन प्राप्ति के बिना प्रीति हो ही नहीं सकती। उन्होने इस मौके समाजिक कुरीतियों के अतिरिक्त मुनष्यों को चरित्रवान व नैतिक मूल्यों से संपन्न होने को प्रेरित किया। उन्होंने समाज को संस्कृति के खिलाफ हो रहे हमलों से सजग होने का आहवान किया। वहीं उन्होंने गौ सेवा तथा ऋषि प्रसाद अभियान घर घर पहुंचाने की अपील की। इस मौके पर गोपाष्टमी पखवाड़े के अंतर्गत गोशाला में गौ पूजन कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। इस दौरान केडी खजूरिया, कन्हैया भाई, र¨वद्र पाधा, सुनील शर्मा, र¨वद्र ¨सह, यश पाल शर्मा, डाक्टर पुष्पेंद्र ¨सह, अमन कुमार, बलवान ¨सह, प्रभा अरोडा, सुषमा कुमारी,सुरक्षा, निशा वर्मा, जेएन शर्मा, अवतार ¨सह समेत अन्य भी उपस्थित थे।