सरकार ने व्यापारियों के जख्मों पर छिड़का नमक : पवन कुमार रिशु
लाकडाउन में ठेके बंद होने के कारण पूरे पंजाब के कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ है। उनके क्षेत्र में नाजायज शराब के कारोबारियों की वजह से रोजाना दो लाख से ज्यादा का घाटा हो रहा है। पिछले वर्ष से बिक्री में 25 फीसद की भारी गिरावट आई है।
संवाद सहयोगी, जुगियाल : पंजाब की कांग्रेस सरकार ने शराब कारोबारियों को राहत देने के बजाय बाकी बचे हुए कोटे पर अतिरिक्त फीस लगाकर व्यापारियों के जख्मों पर नमक छिड़कने वाला कार्य किया है। यह बात व्यापार मंडल के अध्यक्ष व शराब के कारोबारी पवन कुमार रिशू ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2021 को उनके द्वारा लगभग 2.50 करोड़ की राशि अदा कर मार्च 2022 तक पंजाब सरकार से ठेके हासिल किए थे। इसी के साथ लाकडाउन में ठेके बंद होने के कारण पूरे पंजाब के कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ है। उनके क्षेत्र में नाजायज शराब के कारोबारियों की वजह से रोजाना दो लाख से ज्यादा का घाटा हो रहा है। पिछले वर्ष से बिक्री में 25 फीसद की भारी गिरावट आई है। पंजाब सरकार के आदेशों के अनुसार शराब के ठेके लाकडाउन में बंद करने और शनिवार और रविवार को बंद होने की वजह से नुकसान की भरपाई के लिए पूरे पंजाब के ठेकेदारों ने पंजाब सरकार से मांग की थी और उनको कुछ राहत भी दी जाए। जिस पर पंजाब सरकार ने ठेकेदारों के प्रत्येक ग्रुप को लगभग 16 लाख से 33 लाख की राहत भी दी थी पर उनके बचे हुए शराब के कोटे पर अतिरिक्त फीस का बोझ डालकर उनसे धोखा किया गया। अगर इतनी भारी रकम पहले ही अदा करने के बाद सरकार का यही रुख रहा तो आने वाले समय में इस कारोबार में कोई भी ठेकेदार सरकार को इतनी भारी रकम देने को तैयार नहीं होगा। पंजाब सरकार ने ठेकेदारों को अलॉटमेंट करने के दौरान बड़े-बड़े वादे किए थे पर नाजायज शराब की बिक्री पंजाब सरकार द्वारा रोकी नहीं जा रही। अब सरकार इन सभी ठेकेदारों को मारने पर तुली हुई है। पंजाब के मुख्यमंत्री और संबंधित मंत्री से गुहार लगाई है कि इन व पारियों पर जुल्म न करें और बाकी बचे हुए शराब के कोटे पर अतिरिक्त फीस न लगाई जाए ताकि व्यापारी कारोबार कर सकें।