हायर एजुकेशन और व्यापारियों को सरकार ने किया अनदेखा
पंजाब सरकार ने बजट में जहां एक ओर शहर को मेडिकल कालेज की सौगात दी है वहीं दूसरी ओर शिक्षा, गृहिणियों और व्यापारियों को अनदेखा किया।
संस, पठानकोट : पंजाब सरकार ने बजट में जहां एक ओर शहर को मेडिकल कालेज की सौगात दी है वहीं दूसरी ओर शिक्षा, गृहिणियों और व्यापारियों को अनदेखा किया। महिलाओं ने जहां नौकरी न करने वाली महिलाओं को आर्थिक लाभ देने के लिए कोई पेंशन स्कीम शुरू किए जाने की बात कही है वहीं शिक्षाविद् ने हायर एजुकेशन पर कोई घोषणा न होने पर दुख व्यक्त किया है।
मेडिकल कॉलेज से बदलेगी शहर की नुहार : भारत महाजन
व्यापार मंडल पठानकोट के चेयरमैन भारत महाजन ने कहा कि बजट में पंजाब सरकार द्वारा पठानकोट को मेडिकल कालेज दिये जाने की घोषणा बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज मिलने के बाद लोगों को इलाज के लिए बाहरी जिलों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज बनने के बाद क्षेत्र की नुहार ही बदल जाएगी।
व्यापारियों के हाथ खाली : विनय विग
होलसेल केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी विनय विग ने कहा कि सरकार को सबसे अधिक रेवेन्यू व्यापारी वर्ग से ही प्राप्त होता है परन्तु व्यापारियों को हर बार अनदेखा किया जाता है। सरकार की ओर से व्यापारियों के लिए कोई पालिसी तैयार की जानी चाहिए थी जिसके तहत उन्हें राहत मिलती।
शिक्षा के लिए नहीं उठाए गए कदम : प्रो. बीडी शर्मा
एसएमडीआरएसडी कालेज पठानकोट के प्रोफेसर बीडी शर्मा ने कहा कि पंजाब सरकार ने बजट में भले ही मेडिकल कालेज खोल कर शहर को सौगात दी हो परन्तु हायर एजुकेशन के लिए कोई विशेष पैकेज नहीं दिया गया। सरकारी तथा ऐडिड कालेजों में विगत लंबे समय से लेक्चररों के पद रिक्त पड़े हुए हैं परन्तु उन्हें अभी तक भरा नहीं जा रहा। प्राइवेट कालेजों में जिन पदों को भरा भी गया है,उनके भविष्य में अभी तक कोई ठोस नीति नहीं बन सकी है।
महिलाओं को मिले आर्थिक लाभ : शशिबाला
गृहिणी शशिबाला ने बताया कि बजट में पंजाब सरकार की ओर से महिलाओं के लिए कुछ भी नहीं रखा गया। सरकार को चाहिए कि महिलाओं को आर्थिक लाभ देते कम से कम बिना नौकरी करने वाली महिलाओं के लिए कोई पेंशन स्कीम शुरू की जाती। सरकार ने महिलाओं को पूरी तरह से अनदेखा किया गया है।
पेट्रोल के रेट कम कर सरकार ने दिया बड़ा तोहफा : गुरप्रीत ¨सह
युवा गुरप्रीत ¨सह ने कहा कि सरकार द्वारा पेट्रोल कीमतों को पांच रुपये घटाकर बड़ी राहत दी है। उन्होंने कहा कि लगातार पैट्रोल की कीमतें बढ़ने के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ रही थी। विद्यार्थियों की जेब पर भी इसका भार लगातार बढ़ रहा था परन्तु पैट्रोल कीमतें कम होने के कारण अब आम लोगों को थोड़ी सी राहत महसूस होगी।