सियासत: हां मैं रोड़ा हूं, विधायक अमित विज को इस बार टिकट लेने नहीं दूंगा

विधानसभा चुनाव होने में करीब नौ माह का समय है। यह भविष्य की कोख में है कि किस पार्टी से किसको टिकट मिलेगी लेकिन चाहवानों ने अभी से ही जोर अजमाइश शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 05:37 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 05:37 AM (IST)
सियासत: हां मैं रोड़ा हूं, विधायक अमित विज को इस बार टिकट लेने नहीं दूंगा
सियासत: हां मैं रोड़ा हूं, विधायक अमित विज को इस बार टिकट लेने नहीं दूंगा

नवीन कुमार, पठानकोट : विधानसभा चुनाव होने में करीब नौ माह का समय है। यह भविष्य की कोख में है कि किस पार्टी से किसको टिकट मिलेगी, लेकिन चाहवानों ने अभी से ही जोर अजमाइश शुरू कर दी है। एक दूसरे के उपर छीटाकशी भी शुरू हो गई है। इन दिनों विधायक अमित विज के कार्यो को लेकर कांग्रेस के ही कई वरिष्ठ नेता सवाल खड़े कर रहे हैं। कारण यह है कि विधायक अमित विज लगातार गलियों, सड़कों, नालों, ट्यूबवेल के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं। साढ़े चार साल में कितना विकास हुआ इसे भूल जाइए, वे तीन माह के अपने काम से पठानकोट की सूरत और सीरत बदलने में लगे हुए हैं।

इसको लेकर खुद कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता और जिला प्लानिग बोर्ड के चेयरमैन अनिल दारा ने भी सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि विज कांग्रेस के कभी नेता रहे ही नहीं। उन्हें तो एक तरह से लाद दिया गया। वह एक पैराशूट नेता हैं और शहर में विकास की गाथा अब लिखनी शुरू हुई है, लेकिन इसे गाया जा रहा है। इसमें साढ़े चार साल का हिसाब नहीं है। अभी जो शहर में कार्य चल रहे वे सभी नगर निगम के अधीन किए जा रहे हैं। इनमें विज का क्या योगदान है। इसलिए मैं उनके आगे रोड़ा बनकर खड़ा हूं। उनसे मेरी कोई जाति दुश्मनी तो है नहीं, लेकिन मैं पूरी कोशिश करूंगा कि अमित विज को इस बार टिकट न मिले। लोगों के साथ सबसे बड़ा धोखा यह है कि साढ़े चार साल में आज तक उन्होंने किसी की बात नहीं सुनी। अब तो मैंने अपने फोन से उसका नंबर भी डिलीट कर दिया। वैसे जनता के प्रतिनिधि का नंबर रखने से क्या फायदा जो आपकी बातें ही न सुने आपसे बात ही न करें। मैं तो चाहूंगा कि ऐसे लोग मेरे घर पर भी न आएं। कांग्रेस के अंदर पठानकोट में सबसे ज्यादा खेमेबाजी होती आई है।

अनिल दारा का कहना है कि मैं सुनील जाखड़ खेमे में हूं। जाखड़ ने ही मुझे प्लानिग बोर्ड का चेयरमैन बनाया है। उनका कहना है कि मैं टिकेट के लिए क्यों न कोशिश करूं। यह मेरा हक है। मैंने 2012 में भी कोशिश की थी और 2017 में भी। दारा बोले- विधायक अमित विज का कारवां हर रोज टूट रहा

अनिल दारा ने कहा कि विधायक का कारवां हर रोज टूट रहा है। ये लोग मेरे संपर्क में आ रहे हैं। मैंने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। रोज लोगों से मिल रहा हूं। विधायक भी मेरे घर आने को इच्छुक है, मैं तो किसी को घर आने से रोक नहीं सकता, लेकिन चाहता हूं कि वह नहीं आए। वर्तमान में वह विधायक हैं, इसलिए दिखाई देता है उसके साथ दलबल है, लेकिन मेरे 30 आदमी उसके सौ के बराबर हैं।

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